छत्तीसगढ़

2021 में ही साइड इफेक्ट की दी थी जानकारी, कोविशील्ड को लेकर सीरम इंस्टिट्यूट का बयान

नईदिल्ली : दुनिया भर में कोविड-19 महामारी के दौरान ‘रामबाण’ बनकर सामने आई वैक्सीन को लेकर भारत सहित और देशों में बवाल मचा हुआ है। ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने खुद कबूल किया है कि उनकी कोरोना वैक्सीन से खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिसमें खून में थक्के जमना भी शामिल है। वहीं अब इस पूरे विवाद पर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) का चौंकाने वाला बयान सामने आया है।

दरअसल, सीरम इंस्टीट्यूट ने एस्ट्राजेनेका के बनाए फॉर्मूले पर कोविशील्ड (Covishield) बनाई है। वहीं एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटिश हाईकोर्ट में स्वीकार किया कि उनकी वैक्सीन से खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। अब इसी कड़ी में कोविशील्ड बनाने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बुधवार को अपना बचाव करते हुए कहा कि उसने कोविशील्ड से होने वाले साइड इफेक्ट को लेकर जानकारी दे दी थी।

थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोम्बोसिस पर व्यापक चिंता के बीच दुर्लभ दुष्प्रभाव पर सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा कि उसके सभी उत्पाद पैकेजिंग में टीटीएस सहित “सभी दुर्लभ से बहुत दुर्लभ दुष्प्रभावों का खुलासा” किया गया था।कंपनी ने कहा कि वैक्सीन की सुरक्षा “सर्वोपरि बनी हुई है” कोविशील्ड जैसी दवा “दुनिया भर में लाखों लोगों की जान बचाने में सहायक” रही है।

कंपनी ने अपने बयान में कहा कि, “हम चल रही चिंताओं को पूरी तरह से समझते हैं और पारदर्शिता और सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर जोर देना महत्वपूर्ण है। शुरुआत से ही हमने 2021 में पैकेजिंग इंसर्ट में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोम्बोसिस सहित सभी दुर्लभ से बहुत दुर्लभ दुष्प्रभावों का खुलासा किया था।”

एसआईआई ने यह भी कहा कि उन्होंने उभरते हुए नए प्रकार के म्यूटेंट स्ट्रेन के कारण दिसंबर 2021 से कोविशील्ड का निर्माण बंद कर दिया था। कंपनी ने कहा, ”इसके परिणामस्वरूप पिछले टीकों की मांग काफी कम हो गई थी।” उन्होंने बताया कि, “भारत में 2021 और 2022 में उच्च टीकाकरण दर हासिल करने के साथ-साथ नए वैरिएंट के साथ पिछले टीकों की मांग काफी कम हो गई है। नतीजतन दिसंबर 2021 से हमने कोविशील्ड की अतिरिक्त खुराक का निर्माण और आपूर्ति बंद कर दी है।”आपको बता दें कि कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में करीब 80 फीसदी लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई है।