नईदिल्ली : सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ लखनऊ सुपर जायंट्स की करारी हार के बाद एक बेहद परेशान करने वाला वीडियो सामने आया था। लखनऊ टीम के मालिक संजीव गोयनका ने केएल राहुल के साथ बुरा बर्ताव किया। वह गुस्से में केएल राहुल को काफी बातें कहते हुए दिखते हैं। केएल राहुल जैसे शांत इन्सान के साथ इस तरह का बर्ताव देखकर फैन्स ने संजीव गोयनका को सोशल मीडिया के जरिये आड़े हाथों लिया। राहुल के सपोर्ट में आकर फैन्स ने गोयनका की जमकर क्लास लगा दी और यह भी कहा कि राहुल जैसा खिलाड़ी इस टीम में नहीं होना चाहिए, उनको फ्रेंचाइजी छोड़ कर जाना चाहिए।
संजीव गोयनका ने जिस तरह केएल राहुल के साथ दुर्व्यवहार किया, उससे एक और घटनाक्रम ताजा होता है। यह मामला महेंद्र सिंह धोनी से जुड़ा हुआ है। धोनी फैन्स को शायद सभी बातें अब भी याद होगी। बात उस समय की है जब राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स के कप्तान थे। टीम का स्वामित्व आरपी-गोयनका ग्रुप के पास था। साल 2016 में पुणे की टीम का कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को बनाया गया था। उस सीजन पुणे की टीम प्रदर्शन अच्छा नहीं कर पाई। जिस समय चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को निलंबित किया गया था, उस समय धोनी खेलने के लिए पुणे से जुड़े थे।
धोनी की कप्तानी में पुणे उस सीजन महज 5 मुकाबले ही जीत पाई थी। इसके बाद टीम मालिकों को अच्छा नहीं लगा। यहाँ से माही पर गाज गिरी और चुपचाप कप्तान बदल दिया गया। महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी से हटा दिया गया। उनकी जगह दूसरा कप्तान लाया गया। इस तरह धोनी का अपमान हुआ। धोनी की जगह स्टीव स्मिथ को कप्तान बना दिया गया। यह खबर भी सामने आई कि धोनी खुद ही कप्तानी छोड़कर बतौर खिलाड़ी खेलना चाहते थे। हालांकि सच्चाई अब तक सामने नहीं आई। धोनी या उनके करीबियों ने कभी ऐसा नहीं कहा कि वह खुद कप्तानी छोड़ना चाहते थे।