छत्तीसगढ़

बीसीसीआई का सचिव मैं अचानक नहीं बना…, जय शाह ने अपने सफर के बारे में किए कई खुलासे

नईदिल्ली : जय शाह बीसीसीआई सचिव के अलावा एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष हैं. दरअसल, बीसीसीआई सचिव जय शाह को एशियन क्रिकेट काउंसिल और आईसीसी में प्रभावशाली शख्सियत के तौर पर देखा जाता है. लेकिन जय शाह के सफर के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. बहरहाल, अब इंडस्ट्रियलिस्ट और क्रिकेट में खास दिलचस्पी रखने वाले हर्षवर्धन गोयनका के साथ जय शाह ने बात की. इस दौरान उन्होंने बीसीसीआई सचिव बनने तक के बारे में विस्तार से बातें रखी. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में स्थित बीसीसीआई के हेडक्वॉर्टर में हर्षवर्धन गोयनका के साथ जय शाह ने अपने सफर के बारे में बातें की.

इस इंटरव्यू की शुरूआत में हर्षवर्धन गोयनका कहते हैं कि 30 साल से भी कम उम्र में बीसीसीआई के सबसे युवा सेक्रटरी बनने के अपने सफर के बारे में बताइए? इस सवाल के जवाब में जय शाह कहते हैं मुझे इस बात की खुशी है कि आपने यह सवाल पूछा, चूंकि बहुत से लोग ऐसा अनुमान लगाते हैं कि मैं किसी तरह सीधे बीसीसीआई का सचिव बन गया, लेकिन ऐसा नहीं है. वह आगे कहते हैं कि मैंने साल 2009 में ही सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट, अहमदाबाद के सदस्य के रूप में अपने करियर का आगाज किया. इसके बाद मैं साल 2009 से लेकर 2013 तक गुजरात क्रिकेट संघ का वर्किंग मेंबर रहा.

जय शाह अपने सफर के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि जब मैं गुजरात क्रिकेट संघ से जुड़ा, तो उस वक्त हमारी टीम रणजी ट्रोफी के प्लेट ग्रुप में हुआ करती थी. लेकिन मेरे कार्यकाल के दौरान हमारी टीम ने अपना पहला रणजी टाइटल जीता. इसके अलावा हमने विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली अपने नाम किया. मैं साल 2013 में बीसीसीआई की मार्केटिंग कमिटी का मेंबर बना. इसके बाद मुझे फाइनेंस कमिटी का मेंबर चुना गया, फिर मैं साल 2019 में बीसीसीआई का सचिव बना.