रायपुर। बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद अब तक पूरक परीक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है. इसके चलते 40 हजार विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. पूरक आए विद्यार्थियों को साल खराब होने का डर सता रहा है. बता दें कि कक्षा दसवीं के बोर्ड परीक्षा में 19 हजार 12 विद्यार्थी पूरक आए थे. वहीं कक्षा बारहवीं में 22,232 विद्यार्थी पूरक आए थे. 9 मई को दोनों बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम जारी किया गया था. माशिमं ने अब तक क्लियर नहीं किया है कि बोर्ड परीक्षा लेंगे या फिर पूरक परीक्षा लेंगे.
शिक्षा मंत्री ने बोर्ड कक्षाओं का दो बार बोर्ड परीक्षा लेने का ऐलान किया था. विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के डेट का ऐलान हो गया है. कॉलेज और यूनिवर्सिटी में भी प्रवेश का दौर जारी है. वहीं माशिमं ने अब तक पूरक परीक्षा की तिथि घोषित नहीं की है. इसके चलते पूरक आए विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका है.
प्रदेश में दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा का रिज़ल्ट 9 मई को जारी किया गया है लेकिन आज दिनांक तक पूरक परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है. माध्यमिक शिक्षा मंडल पूरक परीक्षा लें या फिर साल में दो बार बोर्ड परीक्षा इसमें उलझ गया है, क्योंकि शिक्षा मंत्री ने इसी साल से दो बोर्ड परीक्षा लेने की घोषणा की है. ऐसे में पूरक आए प्रदेश के 40 हज़ार विद्यार्थी साल बर्बाद होने के डर में हैं और सवाल पूछ रहे हैं कि पूरक परीक्षा क्यों नहीं ली जा रही है.
इन दिनों दसवीं और 12वीं में पूरक आए विद्यार्थी अपने साल बर्बाद होने की चिंता लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट को छान मारने को मजबूर हैं. पूरक परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन कब जारी हो जाए इसका इंतज़ार है. क्योंकि कॉलेज, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय के साथ तमाम विषयों की प्रवेश परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी हो चुका है और परीक्षा का दौर जारी है. ऐसे में अपने आप को विद्यार्थी इन परीक्षाओं से वंचित समझ के चिंतित हैं, बोर्ड से पूछ रहे हैं कि अगर उनको उनका मनपसंद विषय नहीं मिलता है ? प्रवेश परीक्षा से वंचित होते हैं ? या उनका साल ख़राब होता है तो इसके लिए बोर्ड ज़िम्मेदार होगा ?
पूरक परीक्षा से तय होगा आगे का भविष्य
प्रदेश के लगभग दोनों बोर्ड परीक्षाओं में 40 हज़ार से ज़्यादा विद्यार्थी पूरक हैं ऐसे में जब तक पूरक परीक्षा नहीं हो जाती वो बीच मझधार में फंसे हैं, ना ही दसवी वाले 11वीं में प्रवेश ले सकते हैं और न ही बारहवी के विद्यार्थी किसी कॉलेज में प्रवेश ले सकते हैं.
क्यों जारी नहीं हो रहा नोटिफिकेशन ?
माध्यमिक शिक्षा मंडल से मिली जानकारी के मुताबिक़ नियम क़ानून विनियम में बदलाव के लिए फ़ाइल विधि विभाग भेजी गई है ताकि साल में दो बार बोर्ड की परीक्षा ली जाए. फ़ाइल भेजने के बाद मंडल की स्थिति अब ये है कि वो फ़ाइल ट्रेक करने में लगा है.
मंत्री ने की थी घोषणा
शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए साल में दो बार परीक्षा लेने के लिए घोषणा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया था. मंत्री ने तर्क देते हुए कहा था कि बच्चे सालभर पढ़ाई करते हैं ऐसे में भूल जाते हैं इसलिए दो बार परीक्षा लेंगे ऐसे में याद करने में दिक़्क़त नहीं होगी.
बोर्ड कक्षा में पूरक विद्यार्थी
कक्षा दसवीं में 19,012 विद्यार्थी पूरक परीक्षा देने के लिए इंतज़ार कर रहे हैं.
कक्षा बारहवीं में 22,232 विद्यार्थी विद्यार्थी पूरक हैं जो अपने भविष्य को लेकर परीक्षा का इंतज़ार कर रहे हैं.
इस पूरे मामले में माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव पुष्पा साहू ने कहा दो बार बोर्ड परीक्षा लेने के लिए प्रक्रिया में बदलाव के लिए फ़ाइल विधि विभाग भेजी गई है. फ़िलहाल फ़ाइल शासन स्तर पर है. शासन से जैसे अप्रूवल मिलेगा उसके बाद परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा.