नईदिल्ली : लोकसभा चुनाव के नतीजे साफ होने के बाद केंद्र में सरकार बनाने की रस्साकशी तेज हो गई है. भारतीय जनता पार्टी को बहुमत न मिलने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के सहयोगी दलों की भूमिका काफी अहम हो गई है. इनमें भी तेलुगु देशम पार्टी के चंद्रबाबू नायडू और जनता दल यूनाइटेड के नीतीश कुमार का रोल काफी अहम है और ये दोनों ही किंगमेकर के तौर पर देखे जा रहे हैं. इन दोनों ही दिग्गजों पर एनडीए और इंडिया दोनों गठबंधन की निगाहें हैं और फिलहाल ये दोनों ही एनडीए के पाले में हैं.
बुधवार को एनडीए की बैठक में भी ये दोनों दिग्गज पहुंचे और नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुनने के लिए समर्थन पत्र भी दे दिया. इस बैठक में चंद्रबाबू नायडू, नरेंद्र मोदी के पास बैठे थे, इससे अब एनडीए में उनके महत्व का अंदाजा लगाया जा सकता है. एनडीए की बैठक खत्म होने तक नायडू की पार्टी ने नरेंद्र मोदी के समर्थन में पत्र देने की औपचारिकता पूरी कर ली है. इस बैठक से निकलने के बाद नायडू का बैठक पर रिएक्शन भी आ गया है.
एनडीए की बैठक के बाद चंद्रबाबू नायडू का पहला रिएक्शन
एनडीए की बैठक से निकलने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वो एनडीए का हिस्सा हैं और ये बैठक अच्छी रही है. नायडू ने आगे कहा कि बैठक में क्या फैसले लिए गए इसके बारे में बाद में विस्तार से जानकारी दी जाएगी. एनडीए की बैठक के तुरंत बाद चंद्रबाबू नायडू बीजेपी नेता पीयूष गोयल के घर गए. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यहां उन्होंने एनडीए सरकार में टीडीपी को मिलने वाली मंत्रीमंडल की बर्थ पर चर्चा की. हालांकि इस बारे में उन्होंने विस्तार से जानकारी नहीं दी.
तेलुगु देशम पार्टी एनडीए में बीजेपी के बाद सबसे बड़ी पार्टी है. टीडीपी के 16 उम्मीदवारों ने इस चुनाव में जीत दर्ज की है. वहीं बीजेपी के 240 उम्मीदवार जीते हैं. एनडीए गठबंधन में तीसरा सबसे बड़ा दल नीतीश कुमार का जनता दल यूनाइटेड है, जिसे 12 सीटें मिली हैं.