मुंबई : महाराष्ट्र के पुणे में पोर्श कार हादसे में दो आईटी इंजीनियरों को अपनी जान गंवानी पड़ी। कार चालक 17 वर्षीय नाबालिग घटना के समय शराब के नशे में था, जिसके रक्त के नमूनों की अदला-बदली के आरोप में पुलिस ने उसकी मां को शनिवार को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस ने अदालत को एक अहम जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि फॉरेंसिक रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि नाबालिग की मां के रक्त के नमूने की अदला-बदली की गई।
नाबालिग के मां-पिता को 17 जून तक पुलिस हिरासत में भेजा
अदालत ने भी सख्त कार्रवाई करते हुए नाबालिग की मां और पिता को 17 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इसके अलावा रक्त के नमूनों की अदला-बदली करने वाले ससून अस्पताल के डॉक्टर श्रीहरि हलनोर, डॉक्टर अजय टारे और एक कर्मचारी अतुल घाटकांबले को भी 7 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें, पुलिस ने नाबालिग के पिता, मां और ससून अस्पताल के डॉक्टरों और एक कर्मचारी को अदालत में पेश किया था।
नाबालिग के दादा को भी गिरफ्तार कर चुकी पुलिस
सूत्रों ने के मुताबिक, पुलिस पुलिस पांच जून को प्रारंभिक अवधि समाप्त होने पर किशोर के अवलोकन गृह में रहने की अवधि को और बढ़ाने की मांग कर सकती है। इस मामले में पुलिस आरोपी के दादा को भी गिरफ्तार कर चुकी है।
क्या था पूरा मामला
पुणे शहर में 18-19 मई की रात करीब तीन करोड़ रुपये की पोर्श कार को तेज गति से दौड़ाने के चक्कर में 17 साल के लड़के ने एक बाइक को टक्कर मार दी थी। गाड़ी की टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक अपना संतुलन खोकर काफी दूर तक सड़क पर घिसटते चली गई, जिससे उस पर सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। मौके पर मौजूद लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया।