कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ज्यादा असर नहीं दिखा पाई। बंगाल में ममता दीदी की आंधी के आगे विरोधियों के संदेशखाली जैसे मुद्दों को हवा निकल गई। स्थिति यहां तक पहुंच गई कि बीजेपी को 6 सीटों का नुकसान हुआ और 2019 में 18 सीटें जीतने वाली भाजपा 12 सीटों पर आ गईं।
इधर, भाजपा के साथ ‘खेला’ करते हुए टीएमसी पिछले बार से 6 सीटें ज्यादा जीतने में कामयाब रही। बंगाल की कुल 42 लोकसभा सीटों में से टीएमसी के खाते में 29 सीटें गई, जबकि भाजपा को 12 और एक सीट कांग्रेस के खाते में गई। इस बीच एनडीए के सरकार बनाने की कवायद के बीच तृणमूल कांग्रेस ने दावा है कि भाजपा के तीन सांसद उनके संपर्क में हैं।
रिपोर्ट के अनुसार तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि बंगाल में भाजपा के तीन सांसद उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। यह सियासी अपडेट 4 जून को जारी हुए लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के दो दिन बाद आया है, जब बंगाल में टीएमसी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पिछली बार से 6 सीटें ज्यादा हासिल करने में कामयाबी हासिल की।
इससे पहले ममता बनर्जी ने भाजपा के चुनावी प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए नरेंद्र मोदी से इस्तीफा देने की मांग की थी। ममता ने कहा था कि पूरा चुनाव भाजपा ने मोदी के चेहरे पर लड़ा, लेकिन 400 पार का नारा देने वाली पार्टी बहुमत का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई।
वहीं ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी ने एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों को भी झूठलाते हुए बंगाल में बड़ी जीत का दावा किया था। हालांकि, 3 सांसदों के संपर्क की खबर को भाजपा ने खारिज करते हुए टीएमसी के दावों को ‘फर्जी’ करार दिया। बता दें कि बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी ने राज्य के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि भाजपा ने मुख्य रूप से उत्तर बंगाल और ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ सीटें हासिल कीं।