छत्तीसगढ़

फर्जी किंग हैं बाबर आजम, अपने दोस्तों को टीम में रख लिया, पाक कप्तान की पूर्व क्रिकेटर ने लगा दी क्लास

नईदिल्ली : पाकिस्तान टीम का टी-20 विश्वकप में जिस तरह से बुरा हाल है उसके बाद पाकिस्तान में टीम के खिलाफ पूर्व खिलाड़ियों ने मोर्चा खोल दिया है। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर अहमद शहजाद ने तो पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम को फर्जी किंग तक कह दिया है। बता दें कि टी20 विश्वकप में पाकिस्तान की टीम तीन में से दो मैच हार चुकी है और पाकिस्तान पर विश्वकप से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। पाक टीम को भारत और यूएसए की टीम से हार का मुंह देखना पड़ा है।

पाक टीम के खराब प्रदर्शन पर गुस्सा जाहिर करते हुए पूर्व पाक क्रिकेटर अहमद शहजाद ने कहा कि ये जो स्टैट्स की आप बात करते हैं, ये जो स्टैट्स हैं, ये कहते हैं कि 112 की आपकी स्ट्राइक रेट है।आईसीसी के इवेंट में आपकी एवरेज 26 की है, पॉवर प्ले के अंदर आपने 207 गेंद खेली है और बतौर टॉप ऑर्डर बल्लेबाज आपने एक भी छक्का नहीं मारा है।

मेरे से भी घटिया स्टैट हैं इनके

मुझे लगता है कि मेरे 8 साल पुराने स्टैट्स हैं, ये बहुत पुराने हैं, मैं इसे बेहतर कर सकता था, इसे मैं मानता हूं। लेकिन आपके स्टैट मेरे से भी घटिया हैं, आपके स्टैट मेरे से भी नीचे हैं। लेकिन आप किंग हैं, आप जाली किंग हैं।

अब बाबर को हाथ खड़े कर देने चाहिए

हम तो पाकिस्तान को ट्रॉफी जितवाने के लिए खेलते थे, लेकिन आपने कुछ हासिल नहीं किया, आपने सोशल मीडिया पर सिर्फ लोगों को पागल बनाया है और कुछ नहीं किया है।आप इतना जरूर कर सकते हैं कि आप अपना हाथ खड़ा करें और कहें कि मेरे पास सारी सपोर्ट मौजूद थी, मुझे पीसीबी ने सबकुछ दिया लेकिन मैं पाकिस्तान को डिलीवर नहीं कर सका।

क्या हैं बाबर-शहजाद के आंकड़े

बाबर और अहमद शहजाद की तुलना करें तो शहजाद ने 9 मैच खेले हैं जबकि बाबर ने 22 टी-20 मैच खेले हैं। शहजाद ने 250 रन बनाए हैं तो बाबर 585 रन बनाए हैं।

इस दौरान शहजाद का औसत 31.25 का है तो बाबर का 27.85 का है। शहजाद का स्ट्राइक रेट 128 का तो बाबर का 112 का है। शहजाद का उच्चतम स्कोर 111 नाबाद है तो बाबर का 70 है। शहजाद एक बार मैन ऑफ द मैच भी रह चुके हैं, लेकिन बाबर के नाम एक भी मैन ऑफ द मैच नहीं है।

साझा किया अपने दौर का किस्सा

अहमद शहजाद ने कहा कि यह 8 साल पुराना स्टैट है। हम जिन हालात में खेल रहे थे, उस वक्त कोच 2 मैच के बाद हमारे पास आता था और कहता था कि यह आपका आखिरी मैच।

वो ऐसा वक्त था जब कोच मैच हारने के बाद कह देता था कि प्लेइंग 11 के बाहर के जो खिलाड़ी हैं उनकी वजह से टीम हारी है, ये जो लड़के बाहर बैठे हैं उनकी नीयत ठीक नहीं थी, जिसकी वजह से मैच हार गए हैं।

50 लाख रुपए महीना मिलता है इन्हें

आप मॉडर्न डे क्रिकेट खेल रहे हैं। हमें ढाई-तीन लाख मिलते थे, आपको 50 लाख रुपए महीना मिल रहा है। आपको खुद को इंप्रूव करना था। आप दुनिया से पीछे रह गए हैं। बतौर कप्तान आपके पास तमाम पॉवर हैं। आपने जिन खिलाड़ियों को मांगा, वो मिले। लेकिन उसके बाद आपने पाकिस्तान को कुछ भी जितवा को नहीं दे सके।

5 साल में एक ट्रॉफी नहीं ला पाए

पाक में बड़े-बड़े कप्तान हुए, दो सीरीज के बाद उनसे पूछा जाता था कि आपका प्रदर्शन कैसा रहा। बाबार आजम से कुछ भी नहीं पूछा गया,उन्हें जितना समर्थन मिला, उतना मैंने अपने करियर में कभी नहीं देखा। इन्हें 5 साल तक पूरा सपोर्ट मिला, लेकिन एक भी ट्रॉफी नहीं ला सके।

अपने दोस्तों को ही एडजस्ट करते रहे

आपने अपने दोस्तों को एडजस्ट करने के लिए घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेलने वालों को चांस नहीं दिया। ऐसे में वो खिलाड़ी दूसरे देश चले जाते हैं। आप अपने दोस्तों को टीम में रखने के लिए जो बल्लेबाजी नहीं कर पाता था, उसे गेंदबाज बना दिया, जो गेंदबाजी नहीं कर पाता था, उसे बल्लेबाज बना दिया।

जब वह दोनों में नहीं कर पाता था तो आपने उसे बतौर फील्डर खिला लिया। आपको जो नया टैलेंट मिला था, उसे आपको ग्रूव करना था।