नईदिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने सभी को चौंकाया। विलुप्त हो चुकी कांग्रेस एक बार फिर सियासी पटल पर उभर कर आई। कांग्रेस नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने अपनी मजबूत दावेदारी दिखाई। हालांकि, बीजेपी नीत वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बहुमत का आंकड़ा हासिल करते हुए केंद्र में सरकार बना ली। लगभग 12 दिन बाद, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार(19 जून) को दावा किया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के खेमे के लोग इंडिया गठबंधन के संपर्क में हैं और छोटी सी गड़बड़ी भी केंद्र की एनडीए गठबंधन सरकार को गिरा सकती है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक मीडिया इंटरव्यू में खुलासा किया है कि नरेंद्र मोदी खेमे के लोग इंडिया गठबंधन के साथ संपर्क में हैं, उन्होंने जोर देकर कहा कि मामूली गड़बड़ी भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को अस्थिर कर सकती है, जिसने क्षेत्रीय दलों पर भरोसा करके सरकार बनाई है। मोदी सरकार के भीतर ‘भारी असंतोष’ का दावा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार अस्तित्व के लिए ‘संघर्ष’ करेगी।
इंटरव्यू में राहुल गांधी ने कहा कि संख्या इतनी कम है कि वे बहुत नाजुक हैं, और छोटी सी गड़बड़ी सरकार को गिरा सकती है। मूल रूप से एक सहयोगी को दूसरी तरफ मुड़ना पड़ता है। राहुल गांधी ने अपने दावों के बारे में और विस्तार से बताने से इनकार कर दिया।
293 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करके एनडीए ने केंद्र में लगातार तीसरी बार जीत हासिल की। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपना बहुमत खो दिया , जिससे उसे सत्ता में अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक(छोटे) दलों पर निर्भर रहना पड़ा। बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए गठित इंडिया गठबंधन ने 234 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया, जिससे राहुल गांधी विपक्षी राजनीति में सबसे आगे आ गए।
इस बीच, राहुल गांधी ने यह भी घोषणा की है कि वह रायबरेली सीट बरकरार रखेंगे, जबकि उनकी बहन प्रियंका वायनाड सीट से उपचुनाव लड़ेंगी, जिसे वह खाली कर रहे हैं। राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में दोनों सीटें जीती थीं, लेकिन भारत में एक व्यक्ति को संसद में केवल एक सीट का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति है।
अगर, प्रियंका गांधी वायनाड से जीतती हैं, तो नेहरू-गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में होंगे। सोनिया गांधी राज्यसभा में और राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लोकसभा में। इससे बीजेपी को एक बार फिर ‘वंशवाद’ का मुद्दा मिल जाएगा। प्रियंका गांधी ने कहा कि वह वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी, लेकिन अमेठी और रायबरेली से उनका जुड़ाव जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि मैं वायनाड का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम होने के कारण बहुत खुश हूं और मैं उन्हें उनकी (राहुल गांधी की) कमी महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी और एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगी। रायबरेली और अमेठी से मेरा बहुत पुराना रिश्ता है और इसे तोड़ा नहीं जा सकता।