छत्तीसगढ़

750 करोड़ से अयोध्या में बनेगा विश्वस्तरीय मंदिर संग्रहालय, 25 एकड़ जमीन में टाटा के द्वारा होगा निर्माण

अयोध्या में 750 करोड़ से विश्वस्तरीय मंदिर संग्रहालय (भारतीय मंदिर संग्रहालय) का निर्माण कराया जाएगा। इसमें भारतीय संस्कृति के उद्भव से लेकर आज तक की चीजों का संयोजन और संग्रह किया जाएगा। टाटा संस कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) फंड से इसका निर्माण कराएगा, जबकि पर्यटन विभाग की ओर से इसके लिए 25 एकड़ भूमि निशुल्क दी जाएगी। पर्यटन विभाग एक रुपये की लीज पर यह जमीन पहले 90 फिर 90 वर्ष के लिए देगा। कैबिनेट ने मंगलवार को इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी।

टाटा सीएसआर फंड से 650 करोड़ आधारभूत अवस्थापना सुविधाओं पर खर्च करेगा। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं, विदेशी पर्यटकों, भारतीय संस्कृति और सभ्यता में रुचि रखने वालों अन्य पर्यटकों को आकर्षित करेगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में विश्वस्तरीय मंदिर संग्रहालय के निर्माण से न सिर्फ अयोध्या बल्कि प्रदेश के अन्य स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे प्रदेश में राजस्व व रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

टाटा सीएसआर फंड से 650 करोड़ आधारभूत अवस्थापना सुविधाओं पर खर्च करेगा। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं, विदेशी पर्यटकों, भारतीय संस्कृति और सभ्यता में रुचि रखने वालों अन्य पर्यटकों को आकर्षित करेगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में विश्वस्तरीय मंदिर संग्रहालय के निर्माण से न सिर्फ अयोध्या बल्कि प्रदेश के अन्य स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे प्रदेश में राजस्व व रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

मंदिर और पूजा से जुड़ी जानकारी व चीजें होंगी

पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि संग्रहालय में मंदिर का पूरा स्वरूप, दर्शन, पौराणिक काल में उसकी संकल्पना, पूजा क्या है? मंदिर कैसे बना, इसका वैज्ञानिक दृष्टिकोण इसके बारे में प्रामाणिक जानकारी होगी। साथ ही विश्व भर में मंदिरों के प्रकार, आकार, उनके आधुनिक स्वरूप को भी दिखाया जाएगा।