जम्मू : जम्मू कश्मीर के डोडा जिले के गंदोह इलाके में छह से सात आतंकी सक्रिय हैं। बुधवार को सुरक्षाबलों ने तीन को मार गिराया, जबकि अन्य की तलाश वीरवार को भी जारी रही। घने जंगलों के बीच सुरक्षाबल इन दहशतगर्दों की खोज में लगे हैं। इस बीच डोडा, गंदोह, भलेस व कठुआ के बनी इलाकों में दोपहर 12 बजे इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है।
गंदोह स्थित सिनू के जंगलों में हुई मुठभेड़ स्थल के आसपास पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन के साथ-साथ सुरक्षा क्लीयरेंस अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार देर रात जम्मू संभाग के एडीजीपी आनंद जैन ने पत्रकारों के साथ बातचीत में बताया था कि इस इलाके में छह से सात आतंकी सक्रिय हैं। जो काफी समय से घटनाओं को अंजाम देने में शामिल हैं। इनमें से तीन का सफाया किया जा चुका है। जबकि अन्य की तलाश की जा रही है।
इन सभी दहशतगर्दों के पाकिस्तानी होने की आशंका है। इस मामले में पुख्ता शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। 11 व 12 जून को छत्रगल्लां व भलेस में हुए दोहरे आतंकी हमलों के बाद पुलिस ने चार आतंकियों के स्केच जारी किए थे। सभी पर 5-5 लाख का इनाम भी घोषित किया गया था।
सूत्रों का कहना है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मुठभेड़ में मारे गए आतंकी इलाके में सक्रिय 6 से 7 दहशतगर्दों के समूह का हिस्सा हैं अथवा कोई नया ग्रुप घुसपैठ करके आया है। इस बारे में अभी जांच चल रही है।
घायल जवान की हालत स्थिर
बुधवार को हुई मुठभेड़ में घायल हेड कांस्टेबल आशिक हुसैन की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। उसका इलाज जीएमसी डोडा में चल रहा है। एडीजीपी आनंद जैन और डीसी डोडा हरविंदर सिंह ने जीएमसी पहुंच कर घायल से बातचीत की।
डोडा के सिनू व आसपास के पूरे भलेसा क्षेत्र में सर्च आपरेशन जारी है। एनकाउंटर साइट पर क्लीयरेंस आपरेशन भी चलाया जा रहा है।
-जावेद इकबाल, एसएसपी डोडा।