नईदिल्ली : भारत योग को एशियाई खेलों में शामिल करने पर एक कदम और आगे बढ़ गया है और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष ने इसे लेकर अहम जानकारी दी है। पीटी उषा ने बताया कि एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) के कार्यकारी बोर्ड (ईबी) ने योग को एशियाई खेलों में शामिल करने पर सहमति जताई है और ओसीए की आमसभा से मंजूरी मिलने पर इसे खेलों में स्थान मिल जाएगा।
उषा ने कहा कि ओसीए के कार्यवाहक अध्यक्ष रणधीर सिंह ने उन्हें ईबी के फैसले के बारे में बताया। उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि ओसीए के कार्यकारी बोर्ड ने भारत के अनुरोध पर योग को वह मान्यता देने पर मंजूरी जताई है जिसका वह हकदार है। अब यह प्रस्ताव मंजूरी के लिए आमसभा की खेल समिति के पास जाएगा।
आईओए सूत्र ने बताया कि अभी योग को एशियाई खेलों में शामिल करने की दिशा में पहला कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा, यह पदक का खेल होगा या नुमाइशी, इसका फैसला ओसीए की आमसभा लेगी। यह पहला कदम है, लेकिन योग की विश्व भर में लोकप्रियता को देखते हुए आईओए को उम्मीद है कि इसे भविष्य में पदक खेल बनाया जाएगा।
केंद्रीय खेल मंत्री ने भी किया था समर्थन
पीटी उषा ने एशियाई ओलंपिक परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष रणधीर सिंह को 26 जून को पत्र लिखकर योग को एक खेल के रूप में एशियाई खेलों में शामिल करने का प्रस्ताव रखा था जिसका केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने भी समर्थन किया था। मांडविया ने कहा था, योग की अप्रतिम लोकप्रियता को देखते हुए इसे प्रतिस्पर्धी खेलों का दर्जा देकर एशियाई खेलों में शामिल किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किए जाने के लिए काफी मेहनत की है। योग को लोकप्रिय बनाने में भारत अग्रणी रहा है और हमने इसे खेलो इंडिया युवा खेलों में प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में शामिल किया।