नईदिल्ली : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेरिस ओलंपिक (26 जुलाई-11 अगस्त) में स्वर्ण पदक जीतने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि यह देश और खेल के दिग्गज खिलाड़ियों के लिए सच्चा सम्मान होगा। ओलंपिक में आठ बार के चैंपियन भारत ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर 41 वर्षों के लंबे इंतजार को खत्म किया था।
हरमनप्रीत की अगुवाई वाली टीम का लक्ष्य पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है। भारतीय कप्तान ने एक कार्यक्रम में कहा,”हम अपने इतिहास और विरासत को आगे बढ़ाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। स्वर्ण पदक जीतना भारत और हमारे सीनियर खिलाड़ियों के लिए सच्चा सम्मान होगा।’’
पेरिस ओलंपिक में जीतेगा भारत – मनप्रीत सिंह
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम के कप्तान रहे मनप्रीत सिंह ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए। मनप्रीत ने कहा, “दाहिनी तरफ जब मैंने तिरंगा देखा तो मुझे लगा कि अगली बार हम अधिक मेहनत करके अपने तिरंगे को बीच में देख सकते हैं और तब हमारा राष्ट्रगान भी बज रहा होगा। यह हमारी यात्रा की शुरुआत है।”
‘मैं प्रशंसकों को नाराज नहीं करना चाहता’ – पीआर श्रीजेश
अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने कहा, “आपको हराने के लिए कहीं कोई कड़ी मेहनत कर रहा है। यह सोचकर मैं और कड़ी मेहनत करने लग जाता हूं। जब भी मैं अभ्यास करता हूं तो यह सोचता हूं कि मुझे अपने देश के एक अरब 40 करोड लोगों को निराश नहीं करना है।”
‘जीतना भारतीय टीम के डीएनए में है’ – मुख्य कोच
भारत के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने टीम की मानसिकता, दर्शन और रणनीति के बारे में बताया, जो उन्हें दुनिया की कुछ बेहतरीन टीमों से मुकाबला करने में मदद करती है। कोच ने कहा, “ऐसी कोई टीम नहीं है जिसे इस भारतीय टीम ने न हराया हो। आप यह भी पूछ सकते हैं कि भारत को हराने के लिए दूसरी टीमों को क्या करना होगा? मेरे मानना यही है कि बचाव करो, जवाबी हमला करो और जीतो – एक ऐसी टीम होना जो दुनिया की सबसे अच्छी टीमों के खिलाफ बचाव कर सके लेकिन फिर कहीं से भी पलटवार कर सके। और यह इस भारतीय टीम के डीएनए में है।”