मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार पार्टी की नेता सुप्रिया सुले ने पार्टी चिह्न को लेकर चुनाव आयोग से बात की। उन्होंने चुनाव आयोग से पार्टी चिह्न को लेकर मतदाताओं के बीच भ्रम को रोकने के लिए सावधानी बरतने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राकांपा-एसपी ने चुनाव आयोग से मतदाताओं के बीच भ्रम को रोकने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टियों को चिह्न आवंटित करने में सावधानी बरतने का आग्रह किया है। नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि राकांपा-एसपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की। पार्टी के प्रतिनिधियों ने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी को सौंपे गए भ्रमित चिह्न को लेकर चिंताओं को दूर करने का अनुरोध किया।
राकांपा-एसपी ने पार्टी चिह्न को लेकर चुनाव आयोग से की बात
बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, “राकांपा-एसपी ने ईवीएम पर तुरही बजाते व्यक्ति जैसे चिह्नों का मुद्दा उठाया।” उन्होंने कहा, “ऐसे चुनाव चिह्न से पार्टी पर नाकारात्मक प्रभाव पड़ा। हम आयोग से अनुरोध करते हैं कि पार्टी को चुनाव चिह्न आवंटित करने के समय थोड़ा सावधानी बरते। आगामी चुनाव में मतदाताओं को भ्रम से बचने के लिए हमने आयोग से सावधानी बरतने का आग्रह किया।” बता दें कि इस साल अक्तूबर में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाला है।
पिछले साल जुलाई में अजित पवार ने अपने चाचा और राकांपा के संस्थापक शरद पवार के खिलाफ विद्रोह कर दिया और भाजपा-शिवसेना के साथ गठबंधन में शामिल हो गए। बाद में उन्हें पार्टी का नाम और पार्टी चिह्न भी मिल गया, जबकि शरद पवार की पार्टी का नाम राकांपा-शरदचंद्र पवार रखा गया। राकांपा-एसपी को तुरही बजाते व्यक्ति पार्टी चिह्न दिया गया लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से आठ में राकांपा-एसपी ने जीत हासिल की। इसके अलावा 13 पर कांग्रेस, नौ सीटों पर भाजपा, नौ पर शिवसेना (यूबीटी), सात सीटों पर शिवसेना और एक सीट पर राकांपा को जीत मिलीं।