बालोद: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के अमलीडीह में हुए अंधे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा किया है. प्रेमी ने ही शादीशुदा महिला प्रेमिका की हत्या कर उसके चेहरे और शरीर को पेट्रोल से जलाया था और शव के कई टुकड़े कर बोरियों में भरकर जंगल और नहर किनारे फेंका था. वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपी और मृतका ने साथ में शराब पी थी. इसके बाद आरोपी ने संबंध भी बनाया था. रात में महिला किसी दूसरे से मोबाइल पर बात कर रही थी. इसे लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ, फिर गुस्से में आकर प्रेमी ने महिला की हत्या कर दी. सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया.
बता दें कि 13 अप्रैल 2024 को बालोद क्षेत्र के ग्राम अमलीडीह के नहर किनारे एक जली कटी लाश मिली थी, जिसका सिर, हाथ पैर एक बोरी में मिला. दूसरे दिन अमलीडीह के जंगल में एक बोरी में जली कटी लाश का धड़ मिला. लाश का चेहरा जल गया था, जिससे उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी. बालोद पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया. मामला हत्या का होने से बालोद थाने में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों व फारेंसिक टीम ने घटना स्थल जाकर बारीकी से निरीक्षण किया. थाना प्रभारी बालोद, साइबर सेल प्रभारी को अज्ञात महिला के शव की पहचान एवं अज्ञात आरोपी की पतासाजी के लिए एसडीओपी बालोद के नेतृत्व में विशेष टीम बनाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए. घटना स्थल पर मिली लाश महिला का होने से टीम ने गांव में कैंप कर आसपास एवं सरहदी जिलों दुर्ग, धमतरी, कांकेर, राजनांदगांव, मानपुर मोहला के पुलिस से संपर्क कर वहां के महिला गुम इंसान की जानकारी प्राप्त कर उसे तस्दीक किया. पीएम रिपोर्ट में मृतिका का नसबंदी होना पाया गया था, जिसके आधार पर गठित टीम ने बालोद जिले के सभी थाना क्षेत्रों में मितानीन के माध्यम व ग्राम कोटवार का मिटिंग लेकर मृतिका के पहचान के लिए प्रयाय किया. इसके अलावा बालोद शहर से अमलीडीह की ओर आने जाने वाले रास्तों के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर उसका बारीकी से एनालिसिस किया.
घटना स्थल का तकनीकी डाटा लेकर उसका एनालिसिस किया गया. टीम ने लगातार आसपास के गांव जाकर एवं कोटवार की मीटिंग लेकर गुम महिला की जानकारी प्राप्त की. मुखबिर से सूचना मिली कि डौण्डीलोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम बकलीटोला में एक महिला कई दिनों से लापता है और वह अपने मायके ग्राम बाघमार में भी नहीं है. इस पर तत्काल थाना बालोद से प्रभारी रवि पांडेय अपनी थाना टीम व साइबर सेल टीम को लेकर थाना लोहारा के ग्राम बकलीटोला जाकर लापता महिला के संबध में तलाश कर रही थी. इस दौरान पता चला कि गांव में स्वरूप धुर्वे की पत्नी गांव में नहीं है. पुलिस ने स्वरूप धुर्वे से पत्नी के बारे में पूछताछ की. उन्होंने बताया कि उसकी पत्नी प्रमिला ध्रुर्वे कुछ दिनों से घर पर नहीं है. वापस आ जाएगी सोचकर हम लोग थाना में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराए.
स्वरूप धुर्वे ने बताया कि वह 10 अप्रैल को काम करने के लिए केशकाल गया था. उस दिन उसकी पत्नी प्रमिला अपने मायके ग्राम बाघमार में थी. उसके बाद दूसरे दिन से उसका मोबाइल फोन नहीं लग रहा था और आज तक वह घर नहीं आई है. टीम ने बाघमार जाकर गुम महिला की मां से पूछताछ की. गुम महिला के मोबाइल तकनीकी डाटा के लिए सायबर सेल को लगाया गया.गुम महिला प्रमिला के संबंध में उसकी मां बुधनतीन बाई से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि दो जोड़ी पायल अपने दोनों बेटियों के लिए ली थी, जिसका एक जोड़ी मेरे पास है. टीम ने घटना के फोटोग्राफ दिखाने पर बुधनतीन बाई ने नाक की फूली, अंगूठी, पायल और नेलपालिश का पहचान कर अपनी बेटी का होना बताया. घर में रखे नेलपालिस को दिखाते हुए बताई कि प्रमिला एक हाथ में नेलपालिश लगाती थी. बुधनतीन बाई द्वारा दिखाए गए पायल एवं बताए पहचान को विश्लेषण करने पर मृतिका की पहचान प्रमिला के रूप में हुई.
पुलिस को ऐसे मिली मुख्य लीड
मृतिका की पहचान प्रमिला के रूप में होने से मृतिका के कॉल डिटेल के आधार पर लगभग 15 से 20 लोगों से पूछताछ करने पर अततः जानकारी मिली कि मृतिका 10 अप्रैल से डारागांव निवासी दीपक साहू के साथ थी. इसकी सूचना पर दीपक साहू का तकनीकी डाटा व मृतिका का तकनीकी डाटा एवं घटना स्थल से प्राप्त तकनीकी साक्ष्य के आधार पर दीपक साहू से घटना एवं गुम महिला के संबध में बारीकी से पूछताछ की गई. शुरूआत में वह पुलिस को गुमराह कर रहा था, लेकिन टीम ने साक्ष्यों के आधार पर बार-बार पूछताछ किया तो दीपक ने अपना अपराध स्वीकार किया. उसने बताया कि 05 साल पूर्व मेरी पत्नी से तलाक हो जाने से मैं अपने मामा गांव बकलीटोला जाने लगा. इस दौरान प्रमिला से पहचान हुई, जो प्रेम संबध में बदल गया. प्रमिला मेरे घर डारागांव आने जाने लगी थी. वह मुझे शादी कर अपने पास रखने दबाव बना रही थी.
घटना को ऐसे दिया अंजाम
आरोपी दीपक ने 10 अप्रैल 2024 प्रमिला ध्रुर्वे को अपने घर ग्राम डारागांव में लाकर संबंध बनाया, फिर शाम को उसके घर प्रमिला को छोड़ दिया. वापस आते समय दीपक ने फिर प्रमिला को अपने घर से बाहर आने बोलकर अंधेरा होने के बाद अपनी बाइक में बैठाकर उसे अपने डारगांव घर पर लाया. रात में दोनों शराब पीकर सोए थे, तभी अचानक दीपक की नींद खुली तब उसने सुना कि प्रमिला किसी से मोबाइल में बात कर रही है. तब दीपक ने प्रमिला को इतनी रात को किससे बात कर रही हो कहने पर दोनों के बीच वाद विवाद हुआ. दीपक ने प्रमिला को हाथ घुसे से मारा और हत्या करने की नियत से सिर को पकड़कर चौखट में पटक दिया, जिससे प्रमिला बेहोश होकर नीचे गिर गई. इसके बाद दीपक ने प्रमिला के पहनी हुई साड़ी को गले में लपेटकर खिचते हुए घर के पीछे की बाड़ी में ले जाकर रख दिया.
पहचान छुपाने की नियत से दीपक ने घर में रखे पेट्रोल को प्रमिला के चेहरे एवं शरीर में डालकर उसे जला दिया. घर में रखे हसिया से उसके सिर, पैर, हाथ को काटकर दो अलग-अलग बोरियो में भरकर अपनी बाइक से अमलीडीह तरफ गोंदली नहर के पास अलग-अलग 100 मीटर की दूरी में दोनों बोरियों को फेंककर अपने घर आ गया. आरोपी दीपक साहू के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बाइक, रस्सी, बोरी एवं हसिया को गवाहों के समक्ष जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया.