छत्तीसगढ़

ट्रंप पर फायरिंग मामले में एफबीआई को मिले कई अहम सबूत, 20 साल का था शूटर, एक बिल्डिंग से बरसाई गोलियां

वाशिंगटन: अमेरिका के पेनसिल्वेनिया में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर फायरिंग मामले की जांच FBI कर रही है. इस बीच एफबीआई ने कई अहम खुलासे किए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, गोलीबारी के समय पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप संदिग्ध बंदूकधारी से लगभग 400 से 500 फीट (120 से 150 मीटर) दूर थे.

रिपोर्ट के मुताबिक सीक्रेट सर्विस का कहना है कि बंदूकधारी ने रैली के बाहर एक ऊंचे स्थान से कई गोलियां चलाईं. जांच एजेंसी ने बताया कि शूटर रैली स्थल के ठीक बाहर एक इमारत की छत पर था. हालांकि फायरिंग के बाद सीक्रेट सर्विस कर्मियों ने बंदूकधारी को मार गिराया.

फायरिंग के दौरान के वीडियो में दिख रहा है कि खून से लथपथ ट्रंप को सुरक्षाकर्मियों की ओर से ले जाया जा रहा है. शुरू में जब फायरिंग हुई तो कुछ लोगों को लगा कि यह पटाखे की आवाज है. जब कुछ लोगों को गोलियों से घायल होते देखा गया तो फायरिंग का पता चला. सीक्रेट सर्विस के अनुसार, इस घटना में कम से कम एक दर्शक की मौत हो गई और दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि सुरक्षाकर्मियों ने बंदूकधारी को भी मार गिराया.

ट्रंप खतरे से बाहर, दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में लगी गोली

ट्रंप के एक प्रवक्ता ने बताया कि ट्रंप अब ठीक हैं. पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मेरे दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में गोली लगी थी. वहीं दूसरी तरफ इस हमले के बाद से दुनिया भर के नेताओं ने चिंता व्यक्त करने के साथ इसकी निंदा की है.

क्या कहा जो बाइडन ने?

इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि वह आभारी हैं कि ट्रंप सुरक्षित हैं. उन्होंने गोलीबारी की निंदा की और देश को एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि इस तरह की हिंसा के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है.