नईदिल्ली : भारतीय टीम के अगले साल होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने की संभावना कम है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसे लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने भी इस स्थिति को लेकर तैयारी की है। दरअसल, पाकिस्तान बोर्ड चाहता है कि बीसीसीआई इस बात का लिखित सबूत दे कि भारत सरकार ने इस टूर्नामेंट के लिए सुरक्षा कारणों से टीम को पड़ोसी देश की यात्रा करने से मना किया है।
पीसीबी के एक सूत्र ने यह जानकारी देते हुए कहा कि मेजबान बोर्ड चाहता है कि मामला जल्दी से सुलझाया जाए क्योंकि टूर्नामेंट अगले साल फरवरी मार्च में होना है। आईसीसी की सालाना कांफ्रेंस 19 जुलाई को कोलंबो में होगी जिसमें हाइब्रिड मॉडल पर चर्चा एजेंडे में नहीं है। इसके तहत भारतीय टीम अपने मैच यूएई में खेल सकती है। टूर्नामेंट 19 फरवरी को कराची में शुरू होगा और फाइनल नौ मार्च को लाहौर में होगा। फाइनल में एक दिन रिजर्व का होगा। बीसीसीआई सू्त्रों की माने तो टीम पाकिस्तान नहीं जाने वाली और ऐसी दशा में आईसीसी प्रबंधन अतिरिक्त बजट आवंटन कर सकता है।
सरकार के फैसले पर निर्भर है बीसीसीआई
बीसीसीआई हमेशा से कहता आया है कि पाकिस्तान में खेलने का फैसला सरकार का होगा और 2023 वनडे एशिया कप में भी भारत के मैच हाइब्रिड मॉडल पर श्रीलंका में खेले गए थे। पीसीबी के एक सूत्र ने कहा, अगर भारत सरकार ने अनुमति नहीं दी है तो उसे लिखित में देना होगा और बीसीसीआई को चाहिए कि आईसीसी को वह पत्र तत्काल दे। हम लगातार कह रहे हैं कि बीसीसीआई पांच-छह महीने पहले टूर्नामेंट के लिए टीम के पाकिस्तान जाने के बारे में आईसीसी को लिखित में सूचित करे।
पीसीबी ने तैयार किया मसौदा
पीसीबी ने चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम का मसौदा आईसीसी को सौंप दिया है जिसमें भारत के सारे मैच, सेमीफाइनल और फाइनल लाहौर में होंगे। भारत और पाकिस्तान का मैच एक मार्च को होना है।