कोरबा। ज़िले में परिजनों के अंधविश्वास और लापरवाही के कारण एक 15 वर्षीय किशोरी की मौत हो गई। श्यांग थाना क्षेत्र के गुरमा गांव में तबियत खराब होने पर किशोरी को अस्पताल में भर्ती कराने के बजाए परिजन गांव में बैंगा से झाड़फूंक कराते रहे, जिसके कारण उसकी सेहत बिगड़ती चली गई।
अंत में मामला जब गंभीर हो गया, तब परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां किशोरी की मौत हो गई। मृतिका के बड़े भाई गजानंद ने बताया कि विमला की तबीयत खराब होने के बाद वो अजीब अजीब हरकत करती थी। भूत का साया था, जिसे भगाने गांव के बैगा और बाहर से भी बैगा बुलाया गया था।
आठ भाई-बहनों में थी सबसे छोटी
झाड़फूंक कराने के बाद तबीयत में कुछ सुधार नहीं हुआ। किशोरी को इलाज के लिए जिला मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतका आठ भाई-बहनों में सबसे छोटी थी। जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजूर ने बताया कि पंचनामा की कार्रवाई पूरी कर पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है।