बीजापुर। छत्तीसगढ़ एक बार फिर नक्सलियों ने कायराना करतूत को अंजाम दिया है. आज दोपहर बीजापुर जिले में नक्सलियों की लगाई प्रेशर आईईडी (IED) की चपेट में आकर DRG के 2 जवान घायल हुए हैं. दोंनो को गंभीर हालत में बीजापुर जिला अस्पताल लाया गया है. जहां उनका इलाज जारी है. इसके अलावा दंतेवाड़ा में जवानों ने एक महिला नक्सली को मार गिराया है.
जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने मुतवेंडी और पीड़िया के बीच प्रेशर IED बिछाई थी, जब जवान उस रास्ते से गुजरे अचानक जोरदार धमाके के साथ IED में ब्लास्ट हो गया. जिसकी चपेट में आने से DRG के जवान दिनेश हलवा और किशन हपका घायल हो गए. मामला जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र का है, बीजापुर एसपी जितेन्द्र यादव ने इस घटना की पुष्टि की है.
बता दें कि आज यह इस तरह की यह दूसरी घटना है. इससे पहले बीती रात CRPF, कोबरा, CAF, DRG और STF के जवान एंटी नक्सल ऑपरेशन पर निकले थे. ऑपरेशन से लौटते वक्त तर्रेम थाना क्षेत्र के मंडिमरका के जंगलों में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया. आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से STF के प्रधान आरक्षक भरत लाल साहू और आरक्षक सतेर सिंह शहीद हो गये. वहीं पुरषोत्तम नाग, कोमल यादव, सियाराम सोरी और संजय कुमार घायल हुए हैं. इन घायलों का इलाज भी बीजापुर के जिला अस्पताल में चल रहा है.
दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल-अरनपुर, सुकमा जिले के जगरगुंडा, और बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र में ग्राम डोडी तुमनार, पीडिया, और तामोडी के आसपास जंगल और पहाड़ियों में CPI दरभा डिवीजन के सचिव जगदीश, पश्चिम बस्तर डिवीजन के सचिव दिनेश, और कंपनी नंबर 2 कमांडर वेल्ला की उपस्थिति की सूचना पर दंतेवाड़ा, बीजापुर, और सुकमा जिलों के डीआरजी बस्तर फाइटर्स, एसटीएफ़, सीआरपीएफ़ कोबरा, सीआरपीएफ़ 111 वी वाहिनी, 230 वी वाहिनी, 231 वी वाहिनी, और 195 वी वाहिनी की यंग प्लाटून द्वारा संयुक्त नक्सल गश्त सर्च अभियान चलाया गया.
अभियान के दौरान, किरंदुल क्षेत्र में पुरंगेल और इरालगुडेम के बीच डीआरजी बस्तर फाइटर्स की टीम पर माओवादियों ने एक ऐम्बुश लगाया, जिससे तेज फायरिंग हुई. सुरक्षा बलों ने प्रतिक्रिया देकर बचावी कार्रवाई की. इसके बाद माओवादी मौके से भाग निकले. फायरिंग के बाद, घटना स्थल पर एक महिला माओवादी के शव के साथ हथियार और नक्सल सामग्री बरामद की गई है. मुठभेड़ के बाद बरामद माओवादी की पहचान कार्रवाई जारी है, इस हमले में और भी नक्सलियों के घायल होने की संभावना है.