जम्मू : जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान ने एक बार फिर से नापाक हरकत करने की कोशिश की है. दो पाकिस्तानी आतंकी लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) के जरिए गुरुवार (18 जुलाई) को भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे. भारतीय सेना के जवानों ने दोनों आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया. सेना की तरफ से शुक्रवार (19 जुलाई) को जारी किए गए एक बयान में इसकी जानकारी दी गई है. आतंकियों की कश्मीर के केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया गया है.
सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया, “एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में भारतीय सेना ने कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकवादियों को सफलतापूर्वक मार गिराया.” भारतीय सेना ने बताया कि 17 जुलाई को उन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस से खुफिया इनपुट मिला था कि विदेशी आतंकियों का एक ग्रुप केरन सेक्टर के रास्ते भारत में घुसपैठ की कोशिश करेगा. इसके बाद खुफिया इनपुट को इंटेलिजेंस एजेंसियों के जरिए भी वेरिफाई करवाया गया.
सेना ने रोका तो आतंकी चलाने लगे गोलियां
भारतीय सेना आगे बताया, “18 जुलाई को लगभग 12:30 बजे रात को सतर्क सैनिकों ने नियंत्रण रेखा के अपनी तरफ घने जंगलों के बीच दो आतंकवादियों की आवाजाही देखी. घुसपैठ कर रहे आतंकियों को रोकने की कोशिश की गई, जिसके बाद उन्होंने सेना के जवानों पर ही गोलियां चलाना शुरू कर दिया. इसकी वजह से एक जबरदस्त मुठभेड़ की शुरुआत हो गई.”
सेना ने मुठभेड़ में दो विदेशी आतंकियों को ढेर कर दिया. उनके पास से हथियार और एक पाकिस्तानी पहचान पत्र मिला है. खुफिया जानकारी पर आधारित यह सफल ऑपरेशन भारतीय सेना, बीएसएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बीच घनिष्ठ तालमेल का एक और उदाहरण है.
घुसपैठियों के साथ तीसरी बार हुई मुठभेड़
पिछले कुछ हफ्तों में एलओसी पर इस तरह का ये तीसरा ऑपरेशन है, जहां आतंकियों को घुसपैठ से रोका गया है. भारतीय सेना के जवान मुस्तैदी के साथ सीमा पर तैनात हैं और एलओसी की सुरक्षा को बरकरार रखे हुए हैं. उनके जरिए चलाए जाने वाले घुसपैठ विरोधी अभियानों के चलते ही कश्मीर घाटी में शांति का माहौल है. इससे पहले जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले के कास्तीगढ़ इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सेना के दो जवान घायल हो गए थे.