नईदिल्ली : पेरिस ओलंपिक का आगाज अगले सप्ताह से हो रहा है. इस टूर्नामेंट के लिए एथलीटों की तैयारी जोरों पर है. पेरिस ओलंपिक का हिस्सा भारतीय एथलीट धीरे-धीरे पहुंच रहे हैं. भारतीय आर्चर दीपिका कुमारी अगले सप्ताह शुरू हो रहे ओलिंपिक में चुनौती पेश करने के लिए पेरिस पहुंच चुकी है. दरअसल, दीपिका कुमारी को अपनी 19 महीने की बेटी की कमी खल रही है, लेकिन इस भारतीय तीरंदाज के लिए दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित खेल आयोजन में पदक के सपने को पूरा करने के सामने यह बहुत छोटा सा त्याग है.
बताते चलें कि दीपिका कुमारी चौथी बार ओलिंपिक खेलों में हिस्सा ले रही है लेकिन उन्हें ओलंपिक में पहले मेडल का इंतजार है. बहरहाल, इस बार पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए दीपिका कुमारी को अपनी 19 महीने की बेटी को छोड़कर आना पड़ा है. इस बाबत वह कहती हैं कि बेटी से दूर रहने की निराशा है लेकिन ओलिंपिक पदक के सामने उन्हें इससे कोई शिकायत नहीं है. दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित खेल आयोजन में पदक के सपने को पूरा करने के सामने यह बहुत छोटा सा त्याग है. उन्होंने कहा कि अपनी बेटी से दूर होने के दर्द को बयां करना मुश्किल है, लेकिन यह उस चीज को हासिल करने के बारे में भी है जिसके लिए हम इतने सालों से लगातार मेहनत कर रहे हैं.
दीपिका कुमारी कहती हैं कि मुझे उसकी काफी कमी खलती है, लेकिन इसमें कुछ नहीं कर सकते है, वह किसी के साथ भी जल्दी घुलमिल जाती है और वह अतनु और मेरे ससुराल के लोगों के साथ अच्छी तरह से घुलमिल गई है. दरअसल, दीपिका के लिए दिसंबर 2022 में मां बनने के बाद खेलों में वापसी करना काफी मुश्किल था. उनकी मांसपेशियों में जकड़न आ गई और उनके लिए 19 किलो का धनुष उठाना लगभग असंभव हो गया, लेकिन अब यह दिग्गज तीरंदाज पेरिस ओलंपिक के लिए पूरी तरह तैयार हैं.