छत्तीसगढ़

आईओसी ने लिया बड़ा फैसला, भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को मिलेगा ओलंपिक ऑर्डर सम्मान

नईदिल्ली : भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक आंदोलन में उनकी उत्कृष्ट योगदान के लिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) द्वारा ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार समारोह ओलंपिक के समापन से एक दिन पहले 10 अगस्त को पेरिस में 142वें आईओसी सत्र के दौरान आयोजित किया जाएगा।

आईओसी अध्यक्ष ने दी बधाई
आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाच ने बिंद्रा को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, “मुझे आपको यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने ओलंपिक आंदोलन में आपकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए आपको ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित करने का फैसला किया है।”

क्या है ओलंपिक ऑर्डर सम्मान?
ओलंपिक ऑर्डर आईओसी का सर्वोच्च पुरस्कार है, जो ओलंपिक आंदोलन में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। यह उस व्यक्ति को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है जिसने अपने कार्यों के माध्यम से ओलंपिक आदर्श को दर्शाया हो, खेल जगत में उल्लेखनीय योग्यता हासिल की हो, या ओलंपिक के लिए अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि या खेल के विकास में अपने योगदान के माध्यम से उत्कृष्ट सेवाएं दी हों। इसके नामांकन ओलंपिक ऑर्डर काउंसिल द्वारा प्रस्तावित किए जाते हैं और कार्यकारी बोर्ड द्वारा उन पर निर्णय लिया जाता है।

खेल मंत्री ने दी बधाई
वहीं, खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “ओलंपिक आंदोलन में उत्कृष्ट योगदान के लिए ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित होने पर अभिनव बिंद्रा को बधाई! उनकी उपलब्धि हमें गर्व से भर देती है और वे वास्तव में इसके हकदार हैं। उनके नाम ने ही निशानेबाजों और ओलंपियनों की कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है।”

बिंद्रा ने 2008 में जीता था स्वर्ण
41 वर्षीय बिंद्रा ने 2008 बीजिंग खेलों में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता जीतकर भारत के पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था। वह 2010 से 2020 तक अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) की एथलीट समिति के सदस्य थे। 2014 से इसके अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। वह 2018 से आईओसी एथलीट आयोग के सदस्य हैं।