नईदिल्ली : गौतम गंभीर जबसे टीम इंडिया के नए हेड कोच बने हैं, तभी से चर्चा का विषय बने रहे हैं. अब गंभीर की नियुक्ति के बाद उनका सपोर्ट स्टाफ चर्चा का केंद्र बन गया है. भारत के नए हेड कोच गंभीर ने पुष्टि कर दी है कि अभिषेक नायर और रियान टेन डोइशे सहायक कोच का रोल अदा करेंगे. इस बीच मोर्ने मॉर्केल को गेंदबाजी कोच बनाए जाने की उम्मीद काफी अधिक है.
यदि बॉलिंग कोच पद के लिए BCCI मॉर्केल के नाम पर ठप्पा लगा देती है तो गंभीर के सपोर्ट स्टाफ में 2 विदेशी कोच शामिल हो जाएंगे. मगर अब गंभीर का एक पुराना बयान वायरल हो चला है, जब उन्होंने विदेशी कोचों को लेकर तीखा बयान दिया और उनपर जमकर प्रहार किया था.
विदेशी कोच को पैसे से मतलब
मीडिया से बातचीत के दौरान करीब 2 साल पहले गौतम गंभीर ने विदेशी कोचों के प्रति कहा, “पिछले 6-7 साल के अंदर भारतीय क्रिकेट में एक अच्छी चीज यह हुई है कि अब भारतीय लोग ही टीम इंडिया के हेड कोच बन रहे हैं और मैं इस बात का बहुत सम्मान करता हूं. टीम इंडिया को भारतीय कोच ही मिलने चाहिए. हम जिन विदेशी कोचों को बहुत ज्यादा अहमियत देने लगे हैं, वो यहां केवल पैसा कमाने के लिए आते हैं और गायब हो जाते हैं.”
इसी बात पर ट्रोल हो रहे हैं गंभीर
गंभीर कभी विदेशी कोचों की नियुक्ति पर सवाल उठा रहे थे, लेकिन अब खुद विदेशी कोचों का साथ चाह रहे हैं. कुछ लोगों ने तो उन्हें गिरगिट की तरह रंग बदलने वाला व्यक्ति बताया है. वहीं किसी ने याद दिलाया कि भारत जब 2011 में वर्ल्ड कप विजेता बना था, तब टीम इंडिया का हेड कोच एक विदेशी (गैरी कर्स्टन – दक्षिण अफ्रीका) ही हुआ करता था.