बीजिंग : चीन के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को चंद्रमा से लाई गई मिट्टी में पानी के निशान मिले हैं। चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेस (सीएएस) का कहना है कि चांग ई-5 अतंरिक्ष अभियान के तहत चांद से मिट्टी और चट्टानों के नमूने लाए गए थे। परीक्षण के बाद मिट्टी में पानी के कण मिले हैं।
चांद की धूल में जल मिश्रित अणु मिले
बीजिंग नेशनल लेबोरेट्री फॉर केंडेंस्ड मैटर फिजिक्स और इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स ऑफ सीएएस के इस संयुक्त शोध को ‘नेचर एस्ट्रोनॉमी’ पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। वर्ष 2020 में चांद पर प्रक्षेपित किए जाने के बाद चांग ई-5 अंतरिक्ष यान धरती पर चंद्रमा की धूल लेकर वापस लौटा था। सीएएस ने कहा है कि चीन के वैज्ञानिकों को चांद की धूल में जल मिश्रित अणु मिले हैं।
चांद पर पानी की खोज
आपको बता दें कि वर्ष 2009 में भारत के ‘चंद्रयान-1’ अंतरिक्ष यान ने चांद के एक क्षेत्र में ऑक्सीजन और हाइड्रोजन के अणुओं के रूप में पानी होने के संकेत मिले थे। इसके बाद अमेरिका के अंतरिक्ष संस्थान नासा (NASA) ने भी चांद पर पानी से मिश्रित खनिजों के होने की पुष्टि की थी। वर्ष 2020 में नासा ने चांद के सूरज की रोशनी वाले क्षेत्र में पानी की खोज की घोषणा की थी। नासा ने स्ट्रैटोस्फेरिक ऑब्सजर्वेट्री फॉर इन्फ्रारेड एस्ट्रोनॉमी (एसओएफआईए) के आंकड़ों के आधार पर यह घोषणा की थी। एसओएफआईए ने चांद के क्लेवियस क्रेटर में पानी के अणुओं का पता लगाया था। बता दें कि क्लेवियस क्रेटर चांद के दक्षिणी गोलार्ध में स्थित सबसे बड़े गड्ढों में से एक है।
जारी रहेगा चीन का शोध
अब चीन के वैज्ञानिकों का कहना है कि चांद की मिट्टी के शोध के दौरान पानी के निशान मिले हैं। शोध में बताया गया है कि वैज्ञानिकों को मिट्टी के नमूनों में तश्तरी जैसी कुछ पारदर्शी चीजें मिलीं हैं। इन्हें चांद के अज्ञात खनिजों की श्रेणी में रखा गया है और खास बात यह है कि इनमें पानी से अणु हैं। एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने शोधकर्ताओं से कहा है कि चांद पर पानी होने के और भी अधिक सबूत ढूंढने के लिए शोध जारी रखें। चांग ई-5, चीन का पहला अंतरिक्ष अभियान है, जो चांद से मिट्टी और धूल क नमूने लेकर वापस लौटा था। इसके बाद चीन के चांग ई-6 अंतरिक्ष यान ने चांद के सुदूर क्षेत्र में कदम रखा था और वहां से करीब दो किलोग्राम मिट्टी और धूल के नमूने लेकर वापस लौटा था।