नईदिल्ली : राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद की रेस से अचानक बाहर होने के बाद उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के लिए राष्ट्रपति चुनाव का रास्ता खुल गया है। डेमोक्रेट समर्थकों, पार्टी नेताओं और राजनीतिक संगठनों ने उनका भरपूर समर्थन किया और यही वजह है, कि कमला हैरिस ने पार्टी की आधिकारिक उम्मीदवार बनने के लिए पर्याप्त डेलिगेट्स जीत लिए हैं।
इस बीच रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने बाइडेन के रेस से हटने के बाद अपनी पहली रैली में एक आक्रामक भाषण में कमला हैरिस को “कट्टरपंथी वामपंथी पागल” कहा है। अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति चुनाव जीत जाती हैं, तो इतिहास बना देंगी। वो अमेरिका की पहली महिला अश्वेत राष्ट्रपति होंगी, जो सर्वोच्च पद पर पहुंचेंगी। अमेरिका के संदर्भ ये काफी हैरान करने वाला है, कि ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद अमेरिका में आज तक एक भी महिला राष्ट्रपति नहीं बनी है।
बाइडेन के रेस से हटने के बाद कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति चुनाव अभियान को फिर से जिंदा कर दिया है और उन्हें भारी डोनेशन मिल रहे हैं। कमला हैरिस ने गर्भपात के मुद्दे पर बाइडेन प्रशासन के लिए मुख्य व्यक्ति के रूप में काम किया है, जिसकी वजह से गर्भपात का समर्थन करने वाले लोगों की भी वो फेवरेट बन गई हैं।
कमला हैरिस-डोनाल्ड ट्रंप में तीखी बयानबाजी
डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस, दोनों ने ही एक दूसरे पर तीखे हमले किए हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, कि “जैसा कि आप जानते हैं, तीन दिन पहले, हमने आधिकारिक तौर पर अपने देश के इतिहास के सबसे बुरे राष्ट्रपति, धोखेबाज जो बाइडेन को हराया। उन्होंने इसलिए पद छोड़ दिया, क्योंकि वे चुनावों में बहुत बुरी तरह हार रहे थे, वे हर एक सर्वेक्षण में बहुत पीछे थे, इसलिए उन्होंने पद छोड़ दिया।”
ट्रंप ने आगे कहा, कि 81 वर्षीय राष्ट्रपति को डेमोक्रेट्स ने धमकी दी थी, कि या तो वे पद छोड़ दें या फिर उन्हें “बाहर निकाल दिया जाएगा”।
ट्रम्प ने कमला हैरिस को ‘कट्टरपंथी, पागल’ कहा
अपना पूरा ध्यान कमला हैरिस पर केंद्रित करते हुए, 78 वर्षीय ट्रम्प ने कहा, “तो अब हमारे पास झूठ बोलने वाली कमला हैरिस को हराने के लिए एक नया शिकार है। झूठ बोलने वाली, एल वाई आई एन एपोस्ट्रोफी, अमेरिकी इतिहास की सबसे अक्षम और कट्टरपंथी-वामपंथी उपराष्ट्रपति। वैसे, उन्होंने एक सर्वेक्षण किया, उन्हें इतिहास की सबसे खराब उपराष्ट्रपति का दर्जा दिया गया।”
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “साढ़े तीन साल से, झूठ बोलने वाली कमला हैरिस, बाइडेन की हर एक आपदा के पीछे अति उदारवादी प्रेरक शक्ति रही हैं। वह एक कट्टरपंथी वामपंथी पागल है, जो अगर कभी सत्ता में आने का मौका मिला, तो हमारे देश को नष्ट कर देगी। हम ऐसा नहीं होने देंगे।”आपको बता दें, कि डोनाल्ड ट्रम्प नियमित रूप से अपने विरोधियों पर हमला करने में अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते रहते हैं और उन्होंने इस भाषण से साफ कर दिया है, कि वो एक बार फिर से अपने चुनाव कैम्पेन में विरोधियों के लिए उन्हीं तरह के शब्दों का इस्तेमाल करेंगे, जिन तरह के शब्दों का इस्तेमाल वो पहले करते रहे हैं।
उन्होंने बाइडेन प्रशासन में एक प्रेरक शक्ति के रूप में कमला हैरिस पर हमला किया, और कहा, कि आव्रजन और अन्य मुद्दों पर उनकी नीतियों के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, कि “कमला हैरिस ने घातक ‘अभयारण्य शहरों’ के पक्ष में मतदान किया, वह अवैध सीमा पार करने को अपराधमुक्त करने का समर्थन करती हैं और वह सभी अवैध लोगों के लिए सामूहिक माफी का समर्थन करती हैं… जो बाइडेन ने उन्हें सीमा का सरदार बनाया और उसके बाद स्थिति वास्तव में और खराब हो गया। उन्होंने हमारे देश पर एक विशाल अवैध विदेशी आक्रमण शुरू किया। उन्होंने कहा, ‘अंदर आओ,’ याद है?”
ट्रंप ने आगे दावा किया, कि “सीमा पर शासन करने वाली कमला ने हमारी सीमाएं खोल दीं और 20 मिलियन अवैध विदेशियों को दुनिया भर से हमारे देश में घुसने दिया… कमला द्वारा अमेरिका की सीमाओं का घातक विनाश पूरी तरह से अयोग्य ठहराने वाला है। उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने की अनुमति भी नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने जो किया है, वह अपराध है।”
ट्रंप ने सीमा सुरक्षा के लिए क्या ऐलान किया?
रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, कि वह व्हाइट हाउस में अपनी वापसी के पहले दिन बाइडेन-हैरिस प्रशासन की हर एक ‘खुली सीमा नीति’ को समाप्त कर देंगे। उन्होंने बिना किसी देरी के अमेरिकी सीमा को बंद करने और “कमला हैरिस आक्रमण” को रोकने का भी वादा किया।
ट्रंप ने टिप्पणी करते हुए कहा, कि “उपराष्ट्रपति के रूप में अपने भयावह रिकॉर्ड के अलावा, कमला हैरिस को अमेरिकी राजनीतिक इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। साढ़े तीन साल तक, हैरिस ने जो बाइडेन की मानसिक अयोग्यता को छिपाने के लिए बेशर्मी से जनता से झूठ बोला।”