नईदिल्ली : पेरिस ओलंपिक खेलों का अभी उदघाटन भी नहीं हुआ है और उससे पहले ही विवाद खड़े होने लगे हैं. पहले अर्जेंटीना बनाम मोरक्को फुटबॉल मैच चर्चा का केंद्र बना और अब फ्रांस की एक महिला एथलीट को हिजाब पहनने के कारण भेदभाव का शिकार बनना पड़ा है. फ्रांस की धाविका सूनकाम्बा सिला ने बताया है कि उन्हें शुक्रवार को होने वाले उदघाटन समारोह में भाग लेने से रोका जा रहा है. वहीं फ्रेंच ओलंपिक समिति का कहना है कि वह इस मामले की जांच कर रही है और इसका जल्द समाधान निकाला जाएगा.
26 वर्षीय सूनकाम्बा सिला 400 मीटर दौड़ में भाग लेने वाली फ्रांस की महिला और मिक्स्ड टीम की सदस्य हैं. उन्होंने उदघाटन समारोह में एंट्री ना मिलने के प्रति आपत्ति जताते हुए कहा, “मेरा ओलंपिक्स के लिए चयन हुआ है, ये खेल मेरे ही देश में हो रहे हैं, लेकिन मैं केवल हिजाब पहनने के चलते उदघाटन समारोह में भाग नहीं ले सकती.” बीते बुधवार फ्रेंच ओलंपिक समिति के अध्यक्ष डेविड लैपार्टिएंट का कहना था कि फ्रांस के एथलीट धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत से बंधे हैं, जो देश के सभी सार्वजनिक क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों पर लागू होते हैं. इस सिद्धांत के तहत हिजाब पहनने पर प्रतिबंध है.
समाधान के लिए बातचीत जारी है
डेविड लैपार्टिएंट ने कहा कि सिला के साथ इस मामले का समाधान निकालने के लिए बातचीत जारी है. समाधान ऐसा निकाला जाएगा, जिससे फ्रांस के एथलीटों की धर्मनिरपेक्षता को कोई ठेस ना पहुंचे और सिला के व्यक्तिगत विचारों का भी सम्मान किया जा सके. बता दें कि सिला द्वारा किए गए सोशल मीडिया पोस्ट पर ओलंपिक में भाग ले रहे कई फ्रेंच एथलीटों ने भी उनके प्रति समर्थन जताया है. बता दें कि सिला ने इससे पहले भी हिजाब पहन कर कई बड़े इवेंट्स में भाग लिया है. 2022 और 2023 की वर्ल्ड एथलेटिक चैंपियनशिप और मई 2024 में हुई वर्ल्ड रिले में भी उनके हिजाब पहनने पर कोई आपत्ति नहीं जताई गई थी.