छत्तीसगढ़

पेरिस ओलिंपिक्स : हरमनप्रीत की बदौलत भारत ने हॉकी में न्यूजीलैंड को 3-2 से हराया, मनदीप और विवेक ने भी किए गोल

नईदिल्ली : भारतीय हॉकी टीम ने शनिवार को यहां न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकर ओलंपिक में अपने अभियान की जीत से शुरुआत की। टोक्यो में भारत ने 41 साल के बाद कांस्य पदक जीता था। इस बार ग्रुप बी में भारत के लिए चुनौती कठिन मानी जा रही है लेकिन जीत से शुुरुआत के साथ भारतीय टीम ने अपने तेवर दिखा दिए हैं। चौथे क्वार्टर में दोनों टीमें एक समय 2-2 से बराबरी पर थी। मैच खत्म से एक मिनट पहले हरमनप्रीत सिंह ने पेनाल्टी स्ट्रोक पर गोल भारत की जीत सुनिश्चित कर दी थी। अंतिम क्षणों में न्यूजीलैंड ने प्रयास किया लेकिन भारतीय टीम को जीत से नहीं रोक सकी। अब भारत का मैच सोमवार को अर्जेंटीना से होगा।

न्यूजीलैंड के सैम लेन ने आठवें मिनट में गोल कर दिया था। उसके बाद दूसरे क्वार्टर (24वें मिनट) में मनदीप सिंह ने भारतीय टीम को पेनाल्टी कॉर्नर पर बराबरी दिला दी। भारत की ओर से दूसरा गोल 34 वें मिनट में विवेक सागर प्रसाद ने कर भारत को 2-1 से आगे कर दिया था। उसके बाद न्यूजीलैंड के सिमोन चाइल्ड ने 53वें मिनट में एक बार फिर स्कोर बराबरी पर ला दिया।

ग्रुप बी के अन्य मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने अर्जेंटीना को 1-0 से और गत चैंपियन बेल्जियम ने आयरलैंड को 2-0 से हराया। इसके अलावा ग्रुप ए के मैच में नीदरलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 5-3 से हरा दिया। मैच बारिश के बीच खेला गया। ब्रिटेन ने स्पेन को 4-0 से पराजित किया। टोक्यो में 41 साल बाद ओलंपिक पदक जीतने वाली भारतीय टीम को अब 29 जुलाई को पूल बी के अगले मैच में रियो ओलंपिक चैम्पियन रही अर्जेंटीना से खेलना है और इस मैच में नौ पेनल्टी कॉर्नर गंवाने वाली भारतीय टीम को इस कमी से पार पाना होगा।

पहले क्वार्टर में भारतीय टीम दबाव में दिखी और खिलाड़ियों ने कई सहज गलतियां की। गेंद पर नियंत्रण के मामले में भी न्यूजीलैंड ने बाजी मारी। सैम लेन के गोल के बावजूद पहले क्वार्टर के आखिरी मिनट में मनदीप और सुखजीत गेंद को कीवी सर्कल के भीतर लेकर गए, लेकिन फिनिशिंग टच नहीं दे सके। दूसरे क्वार्टर में भारतीय टीम पूरी तरह बदली हुई नजर आई और न्यूजीलैंड को दबाव में ला दिया। मनदीप सिंह ने गोल दाग स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। हाफटाइम तक स्कोर 1 -1 से बराबर था । ब्रेक के बाद भारतीय टीम काफी आक्रामक तेवरों के साथ उतरी और तीसरे ही मिनट में मनदीप ने सर्कल पर से बैकहैंड पास दिया जिसे अभिषेक ने पकड़ा, लेकिन सुखजीत और राजकुमार पाल की पोजिशनिंग सही नहीं थी जिससे गोल नहीं हो सका।

अगले ही मिनट भारत की फॉरवर्ड पंक्ति ने फिर हमला बोला और मनदीप ने सुखजीत को गेंद सौंपी और आखिरी स्टिक विवेक की लगी जिससे भारत ने खूबसूरत फील्ड गोल करके बढ़त बना ली। फॉरवर्ड पंक्ति के बाद अब डिफेंडरों की बारी थी और 36वें से 37वें मिनट के बीच न्यूजीलैंड को लगातार चार पेनल्टी कॉर्नर मिले जिन्हें श्रीजेश और अमित रोहिदास की अगुआई में भारतीय डिफेंडरों ने बखूबी बचाया। तीसरे क्वार्टर के आखिरी मिनट में न्यूजीलैंड को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन श्रीजेश एक बार फिर भारत की दीवार साबित हुए।

चौथे क्वार्टर में न्यूजीलैंड को 52वें मिनट में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले और तीसरे पर रिबाउंड में चाइल्ड ने बराबरी का गोल दागकर भारतीय खेमे को सकते में ला दिया। अब तक 307 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके चाइल्ड का यह 147वां गोल था। इसके बाद भारत को 59वें मिनट में जवाबी हमले पर पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदला।