नईदिल्ली : बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे जॉय वाजेद ने कहा है कि उनकी मा बांग्लादेश में चुनावों का एलान होने तक भारत में ही रहेंगी। वाजेद ने कहा कि केयरटेकर सरकार जब चुनाव कराने की घोषणा करेगी, तब वे बांग्लादेश लौटेंगी। हालांकि, उन्होंने यह साफ नहीं किया है कि वे फिर से चुनाव लड़ेंगी या नहीं। इसके साथ ही जॉय ने कहा कि शेख हसीना का किसी भी देश में शरण लेने का कोई इरादा नहीं है। वे भारत में ही रहेंगेी। इसके साथ ही कहा कि मां की जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं, उन्होंने बेहद कम समय में उन्हें भारत आने की इजाजत दी, वर्ना बांग्लादेश में उनकी हत्या हो सकती थी।
जॉय ने कहा कि देशभर में अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले के बाद उनका नजरिया बदल गया है। यह मां का आखिरी कार्यकाल था। वे अगला चुनाव नहीं लड़तीं। मेरा भी राजनीति में आने का कोई मन नहीं था। लेकिन, पिछले दिनों जो कुछ हुआ, उससे पता चलता है कि देश के नेतृत्व में एक खालीपन आ गया है। देश के लोगों और पार्टी के कार्यकर्ताओं की खातिर मुझे राजनीति में उतरना होगा। जॉय ने कहा अवामी लीग अगले चुनाव में हिस्सा लेगी और उन्हें पूरा यकीन है कि वे चुनाव जीतेंगे। जॉय ने कहा, अवामी लीग बांग्लादेश की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी पार्टी है।
तख्तालट में आईएसआई का हाथ
जॉय ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पर बांग्लादेश में हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। जॉय ने कहा कि उन्हें ऐसे सबूत मिले हैं, जिनसे यह साफ हो जाता है कि अराजकता के पीछे आईएसआई का हाथ है। इसकी पूरी प्लानिंग की गई थी।
बांग्लादेश में हिंसा को देखते हुए भारत ने गठित की कमेटी
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने और लगातार हो रही हिंसा के बाद भारत सरकार ने बड़ी पहल की है। बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की खबर के बाद गृह मंत्रालय ने एक कमेटी का गठन किया है। कमेटी बांग्लादेश में रहने वाले भारतीयों, हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर वहां के गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ वार्ता करेगी। साथ ही भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर सुरक्षा और मौजूदा स्थिति की समीक्षा करेगी।