मुंबई : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और एनसीपी चीफ अजित पवार के एक बयान ने राज्य की राजनीति में हलचल तेज कर दी है. हाल ही में दिए बयान में उन्होंने कहा कि बारामती लोकसभा सीट पर उन्होंने अपनी बहन सुप्रिया सुले के सामने पत्नी सुनेत्रा पवार को उम्मीदवार बनाकर गलत किया था. उन्हें परिवार के बीच राजनीति नहीं लानी चाहिए थी.
इतना ही नहीं, अजित पवार ने यह भी कहा कि वह आगामी रक्षाबंधन का त्योहार अपनी बहन सुप्रिया सुले के साथ मनाना चाहते हैं और इसके लिए वह उनसे मिलने भी जाएंगे. इस पर अब शिवसेना नेता का भी बयान आया है.
‘अजित पवार का कर्तव्य है’- शिवसेना नेता दीपक केसरकर
एकनाथ शिंदे गुट के नेता दीपक वसंत केसरकर ने अजित पवार के इस बयान पर कहा, “राजनीति राजनीति है और परिवार परिवार. हमें इन दोनों को कभी मिलाना नहीं चाहिए. एक भाई के रूप में, यह अजित पवार का कर्तव्य है कि वह सुप्रिया सुले के पास जाकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाएं. वहीं, एक नेता के रूप में वह आगामी चुनाव जीतने के लिए महायुति के लिए तैयार रहेंगे.”
गौरतलब है कि कुछ ही महीने में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. इससे पहले मतदाताओं के बीच पहुंच बनाने की कवायद के तहत अजित पवार द्वारा राज्य भर में ‘जन सम्मान यात्रा’ निकाली जा रही है. इसको लेकर अजित पवार ने कहा कि राजनीति को घर-परिवार से बाहर रखना चाहिए. लोकसभा चुनाव में सुनेत्रा पवार ने महाराष्ट्र की बारामती सीट पर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को चुनौती दी थी. हालांकि, इस चुनाव में सुनेत्रा को हार का सामना करना पड़ा था.