छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: कोरबा समेत इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, आकाशीय बिजली गिरने से 3 महिलाओं की मौत

रायपुर। मानसूनी तंत्र के चलते अगले चार दिनों में छत्‍तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश जारी रहेगी। विशेषकर सरगुजा व बिलासपुर संभाग के कुछ जिलों में तो अगले तीन दिनों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने बलरामपुर व कोरबा जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट तथा जशपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, रायगढ़,सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़ व जांजगीर जिले के कुछ क्षेत्रों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।

रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में शुक्रवार सुबह से ही बादल छाने के साथ ही हल्की बारिश भी हुई। रुक रुक कर बारिश होने के कारण मौसम में थोड़ी ठंडकता रही तथा रायपुर का अधिकतम 1.9 डिग्री गिरकर 28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

प्रदेश भर में अभी तक की स्थिति में बारिश की काफी अच्छी हुई है और सामान्य से सात प्रतिशत ज्यादा है। अभी अगस्त के बचे हुए दिनों में भी अच्छी बारिश के आसार है। शुक्रवार को कांकेर जिला के दुर्गकोंडल में सर्वाधिक 9 सेमी बारिश हुई। इसके साथ ही प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम वर्षा हुई।

यह बन रहा सिस्टम

मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश के ऊपर स्थित है। साथ ही ऊपरी हवा का च्कर्यी चक्रवाती परिसंचरण 4.5 किमी ऊंचाई तक फैला है।

मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर शिवपुरी, सीधी, रांची और निम्न दाब के केंद्र तक 0.9 किमी ऊंचाई तक है। इसके प्रभाव से शनिवार को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। उत्तर छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की संभावना है।

9 महिलाओं पर गिरी आकाशीय बिजली

पत्थलगांव इलाके में रोपा लगाने के दौरान 9 महिलाएं आकाशीय बिजली की चपेट में आ गईं। इनमें 2 की मौत हो गई। वहीं बागबहारा थाना इलाके में भी रोपा लगाने के दौरान ही एक महिला की जान गई।

डैम की स्थिति

प्रदेश में बड़े और छोटे डैम मिलाकर कुल 46 बांध हैं। इनमें औसत 80 फीसदी पानी भर गया है। धमतरी के रविशंकर सागर यानी गंगरेल बांध में 92.49 फीसदी पानी भर चुका है।

प्रदेश के 2 बड़े बांधों की क्षमता 5355.709 मिलियन क्यूबिक मीटर है। वर्तमान में 4326.150 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी डैम में भरा है। जो 80.78 प्रतिशत है। साल 2022-23 की बात की जाए तो प्रदेश के 12 बड़े बांधों में 2022 में डैम में 73.07 फीसदी और 2023 में 78.17 फीसदी पानी था।