छत्तीसगढ़

नीरज चोपड़ा का बड़ा बयान…,90 मीटर का आंकड़ा को लेकर पहले ही काफी बातें हो चुकी हैं, अब मैं इसे भगवान पर छोड़ता हूं

नईदिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 में रजत पदक जीतने वाले भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा के लिए 90 मीटर की दूरी पार करना अब भी बड़ी चुनौती है. करीब दो साल पहले स्टॉकहोम डायमंड लीग में नीरज ने 89.94 मीटर थ्रो किया था, जो उनके करियर का सबसे लंबा थ्रो था. लेकिन 90 मीटर की जादुई दूरी अब भी उनसे महज 0.06 मीटर दूर है. कई प्रयासों के बाद भी यह दूरी पार न कर पाने के बाद अब नीरज ने यह चुनौती भगवान पर छोड़ने का फैसला किया है.

नीरज चोपड़ा लंबे समय से 90 मीटर की इस चुनौती का सामना कर रहे हैं, लेकिन पेरिस ओलंपिक 2024 में उनका एकमात्र वैलिड थ्रो 89.45 मीटर था, जिसने उन्हें दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया. लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीतना नीरज के लिए गर्व की बात है, लेकिन पाकिस्तान के अरशद नदीम के 92.97 मीटर के शानदार थ्रो ने उन्हें स्वर्ण पदक से वंचित कर दिया.

नीरज चोपड़ा ने 90 मीटर का लक्ष्य अब भगवान पर छोड़ा
मीडिया से बात करते हुए नीरज चोपड़ा ने कहा- “अब मैं इसे भगवान पर छोड़ता हूं. मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है और अब मैं देखना चाहता हूं कि मेरी तैयारी का क्या नतीजा निकलता है. 90 मीटर को लेकर पहले ही काफी बातें हो चुकी हैं, अब मैं इसे भगवान पर छोड़ता हूं. पेरिस में मुझे लगा कि यह हो सकता है और यह हो भी सकता था.”

कमर की चोट से परेशान हैं नीरज चोपड़ा
नीरज चोपड़ा ने यह भी कहा कि वह अपने अगले दो-तीन इवेंट में अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश करेंगे और देखेंगे कि नतीजा क्या होता है. 13-14 सितंबर को ब्रसेल्स में डायमंड लीग के बाद नीरज अपनी कमर की चोट के लिए डॉक्टरों से सलाह लेंगे और हो सके तो सर्जरी भी करवाएंगे.

नीरज चोपड़ा ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी चोट ने उन्हें अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने से रोक दिया. उन्होंने कहा- “मुझे लगा कि मैं दूरी बढ़ा सकता था, लेकिन मेरी चोट ने मुझे रोक दिया. मेरा क्वालीफिकेशन और फाइनल में दोनों-थ्रो इस सीजन के मेरे सर्वश्रेष्ठ थ्रो में से थे. लेकिन दूरी बढ़ाने के लिए मुझे पूरी तरह से चोट मुक्त होना होगा.”