बेंगलुरु : आंध्र प्रदेश के अनकापल्ले में एक फार्मा कंपनी में बुधवार (21 अगस्त) को जोरदार विस्फोट हुआ, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई, जबकि कम से कम 41 और लोग घायल हुए. दुर्घटना के तुरंत बात आनन-फानन में घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अच्युतपुरम एसईजेड स्थित एक कंपनी के रिएक्टर में ये ब्लास्ट हुआ. डॉक्टरों की टीम सभी घायलों की निगरानी कर रही है. घायलों के परिजन भी अस्पताल पहुंच चुके हैं. ऐसा बताया गया कि वे सभी इस घटना के बाद से ही गुस्से में हैं. जिला एसपी दीपिका पाटिल ने बुधवार रात को पुष्टि की मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, मृतकों में दो की पहचान पुडी मोहन और एन हरिका के रूप में की गई है. अच्युतपुरम पुलिस स्टेशन के सर्किल इंस्पेक्टर एम बुचैया ने बताया कि विस्फोट इतना जबरदस्त था कि हादसे का शिकार हुए लोगों की त्वचा रासायनिक जलन से बुरी तरह छिल रही थी. वह बोले, “यह भयानक, हृदयविदारक था. होश खोने से पहले वे चिल्ला रहे थे.”
लंच के वक्त हुआ हादसा नहीं तो…
रिएक्टर ब्लास्ट की सूचना जब और लोगों को हुई तब ऐसा कहा गया कि फार्मा कंपनी में यह बहुत बड़ा हादसा हो सकता था. ऐसा इसलिए कयोंकि दुर्घटना दोपहर के समय हुई. जानकारी दी गई कि उस समय कंपनी में लंच चल रहा था और खाना खाने के लिए ज्यादातर मजदूर बाहर चले गए थे. रिएक्टर के पास उस समय कम ही कर्मचारी मौजूद रहते हैं.
चश्मदीदों ने बताई आंखों-देखी
चश्मदीदों ने मीडिया से बातचीत करते हुए दुर्घटना के दौरान पसरे तबाही के मंजर को बताया. उन्होंने कहा कि घटनास्थल के दृश्य हैरान करने वाले थे और रिएक्टर से काला धुआं निकल रहा था जो आसमान को छू रहा था. ऊंची-ऊंची आग की लपटें भी उनकी चिंता को बढ़ाने वाली थीं. देखते ही देखते धुआं आसपास के गांवों में फैल गया. गांववासियों में भी दहशत फैल गई. बताया गया कि धुएं की वजह से उन्हें सांस लेने में भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. यहां तक कि उन्हें कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था.
ब्लास्ट केस की हो रही जांच
आंध्र प्रदेश की कंपनी में हुए इस रिएक्टर ब्लास्ट के मामले में अधिकारियों ने घटनास्थल पर राहत और बचाव अभियान शुरू कराया. जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक स्थिति की निगरानी के लिए मौके पर मौजूद हैं, जबकि इस दुर्घटना की जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं.