बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने गुरुवार को कहा कि साइबर सुरक्षा का खतरा डाटा चोरी तक सीमित नहीं है। यह राष्ट्र की सुरक्षा से भी जुड़ा है। इसलिए साइबर सुरक्षा उपकरण विकसित करने के लिए इकोसिस्टम बनाना बेहद जरूरी है।
उन्होंने अत्याधुनिक साइबर सुरक्षा अनुसंधान एवं विकास केंद्र साइबर नालंदा की आधारशिला रखने के दौरान ये बातें कहीं। साइबर नालंदा का निर्माण फोरेंसिक- साइबर सुरक्षा मुहैया कराने वाली कंपनी एसआइसीए द्वारा किया जा रहा है।
साइबर सुरक्षा का खतरा राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा
सोमनाथ ने कहा, मैं उस पीढ़ी से हूं, जिन्होंने कंप्यूटर जाने बिना करियर शुरू कर दिया था। उस समय से लेकर अब तक बहुत बदलाव हो चुका है। साइबर खतरे बढ़ रहे हैं। साइबर सुरक्षा का खतरा राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा है। जरूरी है कि हम इस क्षेत्र में अनुसंधान करें। एसआइएसए के सीईओ और संस्थापक धरशन शांतमूर्ति ने कहा कि साइबर नालंदा का लक्ष्य साइबर सुरक्षा नवाचार के लिए वैश्विक केंद्र बनना है।