नईदिल्ली : जम्मू और कश्मीर में रविवार (15 सितंबर, 2024) सुबह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच पुंछ जिले के एक गांव में मुठभेड़ हुई. सूत्रों के हवाले से ताजा मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा बताया गया कि वहां पर एक बड़े आतंकी संगठन का कमांडर फंसा हुआ है.
न्यूज एजेंसी को अफसरों की ओर से जानकारी दी गई कि वहां के एक सुदूर गांव में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है. गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस और सेना ने शनिवार शाम मेंढर उपमंडल के गुरसाई टॉप के पास पठानतीर इलाके में जॉइंट सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. अफसरों के अनुसार, जॉइंट टीम जब आतंकवादियों की तलाश कर रही थी तभी आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद दोनों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. दोनों ओर से रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है. इलाके में अतिरिक्त बल भेज दिया गया है.
किश्तवाड़ में भी सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी
किश्तवाड़ के डच्छन इलाके में भी सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी है. वहां 13 सितंबर, 2024 को एनकाउंटर में भारतीय सेना के दो जवानों ने देश के नाम सर्वोच्च बलिदान दिया था.
बारामूला में कल हुई मुठभेड़, पीएम के दौरे से पहले 3 आतंकी ढेर
ताजा मुठभेड़ से पहले केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के बारामूला में सुरक्षाबलों संग मुठभेड़ में 14 सितंबर, 2024 को तीन आतंकवादी मारे गए थे. राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडर ब्रिगेडियर संजय कन्नोथ के मुताबिक, आतंकी गतिविधि के बारे में सूचना पर उत्तरी कश्मीर जिले में पट्टन इलाके के चक टप्पर क्रीरी में सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया था. खाली इमारत में आतंकवादियों ने हमारी टुकड़ियों पर गोलीबारी की थ. बाद में घेराबंदी की और माकूल जवाब दिया गया. अफसरों ने विधानसभा चुनाव के पहले तीन आतंकियों को ढेर करने को ‘‘बड़ी कामयाबी’’ बताया.
राजौरी में LoC पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम, एक जवान घायल
इस बीच, राजौरी जिले में शनिवार को सेना के जवानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया. हालांकि, इस घटना में सेना का एक जवान घायल हो गया. अफसरों की ओर से जानकारी दी गई कि नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादियों की तरफ से घुसपैठ का प्रयास करने के दौरान हुई मुठभेड़ में एक सैनिक घायल हो गया. मुठभेड़ नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में उस समय हुई जब नियंत्रण रेखा की सुरक्षा में तैनात सैनिकों ने घुसपैठ का प्रयास कर रहे आतंकवादियों के एक समूह को रोका था.
लगभग 10 बरस बाद जम्मू और कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनाव
अफसरों की ओर से कहा गया कि यूटी में आने वाले दिनों में अहम कार्यक्रमों के मद्देनजर कश्मीर घाटी में पाकिस्तान की नापाक साजिश को विफल करने का ‘‘यह अभियान काफी महत्वपूर्ण है और सुरक्षा बलों के लिए एक उल्लेखनीय कामयाबी है.’’ जम्मू-कश्मीर में लगभग दस साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान जारी है. जम्मू संभाग के डोडा, किश्तवाड़, रामबन, रियासी, पुंछ, उधमपुर, कठुआ, जम्मू और सांबा जिलों में 25 सितंबर और एक अक्टूबर को क्रमशः दूसरे और तीसरे चरण के मतदान होंगे.