छत्तीसगढ़

 उज्जैन महाकाल मंदिर के गेट की दीवार गिरी, दो लोगों की मौत, मलबे में दबे लोगों को निकाला जा रहा

MP News Due to heavy rain gate wall of Ujjain Mahakal temple collapsed more than 10 people buried under debris

उज्जैन। उज्जैन में अचानक शुक्रवार शाम को हुई तेज बारिश में महाकाल मंदिर गेट क्रमांक चार की एक दीवार ढह गई, जिसके मलबे में कुछ लोग दब गए और घायल हो गए। वहीं, एसपी प्रदीप शर्मा ने दो लोगों के मौत होने की पुष्टि की है। घायलों को रेस्क्यू टीम द्वारा तुरंत निकाला गया और जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है, जिसका राहत कार्य तेजी से जारी है। अभी भी उज्जैन में तेज बारिश का दौर जारी है।

उज्जैन में तेज बारिश का दौर लगातार जारी है। लेकिन यह बारिश महाकाल मंदिर क्षेत्र में आफत बनकर बरसी। महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार पर ज्योतिशाचार्य पंडित आनंद शंकर व्यास के मकान के पास तेज बारिश के कारण अचानक दीवार ढह गई, जिससे यहां दुकान लगाकर सामान बेचने वाले लोग दीवार के मलबे में दब गए।

जैसे ही इन लोगों के दबने की सूचना महाकाल मंदिर प्रशासन को लगी, उन्होंने तुरंत महाकाल थाना पुलिस व मंदिर कर्मचारियों की सहायता से घायलों को मलबे से बाहर निकाला और उन्हें उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया है। मलबे में कितने लोग दबे हैं और कितने को रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला है, अभी इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन रेस्क्यू टीम लगातार बचाव कार्य करने में लगी हुई है। 

बारिश से बचने के लिए दीवार के पास खड़े थे लोग और गिर गई दीवार
घटना की एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बहुत तेज बारिश हो रही थी। हम छाता लेकर गेट नंबर चार के गेट पर खड़े हुए थे। तभी अचानक दीवार गिर गई, जिससे दो महिला और एक बच्चा दीवार के नीचे दब गया था। दीवार गिरने के कारण और कितने श्रद्धालु घायल हुए, इसकी जानकारी महिला को नहीं थी।

दुकान लगा रहे थे दीवार गिरी
अस्पताल में अपनी पत्नी शारदा बाई का इलाज करवा रहे सोहनलाल ने बताया कि महाकाल मंदिर के पास गेट नंबर चार के सामने दुकान लगा रहे थे। तभी तेज बारिश होने लगी और अचानक दीवार गिर गई। दीवार गिरने से सात लोग इसके मलबे में दब गए, जिसमें मेरी पत्नी शारदाबाई भी शामिल थी, जिसे तुरंत रेस्क्यू कर जिला अस्पताल लाया गया है, जहां उसका उपचार किया जा रहा है।