नईदिल्ली : स्पेसएक्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे दो अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक बचाव अभियान शुरू किया है, जिसके तहत उन्हें धरती पर वापस लाने के लिए एक छोटा दल भेजा गया है, लेकिन यह अभियान अगले साल तक पूरा हो सकेगा.
नासा के निक हेग और रूस के अलेक्जेंडर गोरबुनोव को बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को वापस लाने का काम सौंपा गया था. चूंकि नासा अंतरिक्ष स्टेशन के कर्मचारियों को लगभग हर छह महीने में बदलता है, इस नई उड़ान में विलमोर और विलियम्स के लिए दो खाली सीटें हैं और यह फरवरी के अंत में वापस आएगी.
अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बचाव अभियान
स्पेसएक्स ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे दो अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक बचाव अभियान शुरू किया. दरअसल भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और अमेरिकी बैरी बुच विल्मोर को अंतरिक्ष से वापस लाने के लिए स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है. इस मिशन के जरिए विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाया जाएगा.
फ्लोरिडा के केप केनवरल से मिशन लॉन्च
जानकारी के मुताबिक पहले इस मिशन को 24 सितंबर को ही लॉन्च करना था. लेकिन मौसम की वजह से इसे टाल दिया गया था. वहीं जांच के बद शनिवार को इस मिशन की लॉन्चिंग फ्लोरिडा के केप केनवरल से की गई. इसमें कैप्सूल को फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया.
स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की पहली उड़ान
बता दें कि इसी साल 5 जून को नासा का बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन लॉन्च हुआ था. इस मिशन में नासा ने अपने दो अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर को आठ दिन की यात्रा पर भेजा. दोनों को स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के जरिए मिशन में भेजा गया था. अंतरिक्ष यात्रियों के साथ आईएसएस के लिए स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की पहली उड़ान थी. जिस मिशन पर सुनीता और बैरी हैं वो नासा का व्यावसायिक क्रू कार्यक्रम का हिस्सा है.