चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों को देख कांग्रेस पार्टी को बहुत बड़ा झटका लगा. इन नतीजों का ठीकरा पार्टी नेताओं ने हमेशा की तरह एक बार फिर चुनाव आयोग पर फोड़ा और शिकायत भी की. इसके बाद आज बुधवार (09 अक्टूबर) को काग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की.
मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “आज केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, जयराम रमेश, अजय माकन, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पार्टी के अन्य नेताओं ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की. हमने चुनाव आयोग को 20 शिकायतों के बारे में बताया, जिनमें से 7 शिकायतें 7 निर्वाचन क्षेत्रों से लिखित में हैं.” इससे पहले चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी लिखकर कांग्रेस नेताओं को मिलने का समय दिया था और चुनाव नतीजों पर सवाल उठाने को लेकर आलोचना भी की थी.
‘कुछ शिकायतें दे दी हैं, अभी और शिकायतें देनी बाकी’
उन्होंने आगे कहा, “मतगणना के दिन कुछ मशीनें 99% पर थीं और अन्य सामान्य मशीनें 60-70% पर थीं. हमने मांग की कि जांच पूरी होने तक उन मशीनों को सील और सुरक्षित रखा जाना चाहिए. हमने चुनाव आयोग से यह भी कहा कि अगले 48 घंटों में हम बाकी शिकायतें भी उनके सामने पेश करेंगे.”
कांग्रेस नेता ने कहा, “चुनाव आयोग ने हमें आश्वासन दिया है कि वे इस मामले पर गौर करेंगे और प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारियों से परामर्श करने के बाद हमें जवाब देंगे. शिकायतें 20 विधानसभा क्षेत्रों से थीं. हमने शिकायतों के दस्तावेज चुनाव आयोग को सौंप दिए हैं. अगले 48 घंटों में 13 और विधानसभा क्षेत्रों से शिकायतें चुनाव आयोग को सौंपी जाएंगी.”
‘जांच के बाद चाहिए चुनाव आयोग का जवाब’
उन्होंने आगे कहा, “हमने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और 7 विधानसभा क्षेत्रों के दस्तावेज पेश किए. उनकी प्रतिक्रिया हमेशा की तरह एक अच्छी मुस्कान और एक अच्छा कप चाय थी, लेकिन हमें और चाहिए. 13 और विधानसभा क्षेत्रों से शिकायतें ईसीआई को सौंपी जाएंगी. हमारे उम्मीदवारों की ओर से मशीनों की बैटरी के बारे में कुछ समस्याएं बताई गई थीं. हमने जांच करने के बाद ईसीआई से जवाब मांगा है.”
‘पोस्टल बैलेट में कांग्रेस आगे और ईवीएम में बीजेपी’
वहीं, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा, “हरियाणा के ये नतीजे चौंकाने वाले हैं क्योंकि सबको लग रहा था कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी. चाहे आईबी हो, एक्सपर्ट हो, सर्वे रिपोर्ट हो, लेकिन हुआ ये कि जब पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू हुई तो कांग्रेस हर जगह आगे चल रही थी, लेकिन जब ईवीएम की गिनती शुरू हुई तो कांग्रेस पीछे चल रही थी. हमें कई शिकायतें मिली हैं. कई जगहों पर वोटों की गिनती में देरी हुई. चुनाव आयोग ने हमें आश्वासन दिया है कि वे सभी शिकायतों पर गौर कर रहे हैं.”