छत्तीसगढ़

महा विकास अघाड़ी के बीच तय हुआ सीट शेयरिंग का फॉर्मूला, जानें किसी पार्टी को कितनी सीटें मिली?

मुम्बई : महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है। राज्य में कांग्रेस, शिवसेना (ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है। तीनों दल महाराष्ट्र में 85-85 सीटों पर लड़ने जा रही है। 33 सीटों पर तीनों दलों के बीच अभी चर्चा होनी है। माना जा रहा है कि, इन सीटों पर पार्टियों के बीच सहमति नहीं बन पाई है।

बैठक के बाद शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, तीनों दल 85-85-85 सीटों पर चुनाव लड़ने पर राजी हो गए हैं। 270 सीटों पर सहमति बन गई है। सभी सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले राउत ने कहा था कि एमवीए में सीट बंटवारे पर 99 फीसदी काम पूरा हो गया है। उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि उनकी पार्टी सौ सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। एमवीए के शीर्ष नेताओं ने मंगलवार की देर रात मुंबई में मुलाकात की और यह संकेत दिया था कि विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया गया है। शिवसेना (यूबीटी) ने आज 65 उम्मीदवारों की सूची भी जारी की। 

वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “हमने तय किया है कि कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट) और शिवसेना (यूबीटी) 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और बाकी 18 सीटों पर हम समाजवादी पार्टी सहित अपने गठबंधन दलों से बात करेंगे और कल तक उन्हें मंजूरी मिल जाएगी। हम महा विकास अघाड़ी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं और हम सरकार बनाएंगे। महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी।

देश की तीसरी सबसे बड़ी विधानसभा में सियासी समीकरण
महाराष्ट्र में इस बार सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प होने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लगभग 25 महीने पहले जून, 2022 में महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिरी थी। इसके बाद भाजपा समर्थित सरकार बनी। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो-फाड़ होने के बाद राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार के पास 202 विधायकों का समर्थन है। 102 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। अजीत पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 40 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 18 विधायक हैं। 14 निर्दलीय विधायकों ने भी एनडीए सरकार को समर्थन दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार को पांच अन्य छोटे दलों का समर्थन भी हासिल है।

महाराष्ट्र में विपक्षी खेमा कितना मजबूत
इसके अलावा विपक्षी खेमे (महाविकास अघाड़ी- MVA) में कुल 71 विधायक हैं। विपक्ष में कांग्रेस 37 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के 16 विधायक हैं। वरिष्ठ राजनेता शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-SP) के 12 विधायक हैं। समाजवादी पार्टी के दो, सीपीआईएम और पीडब्लूपीआई के एक-एक विधायक हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के दो विधायक भी विपक्षी खेमे में हैं। 15 विधानसभा सीटें खाली हैं।