छत्तीसगढ़

भारत ने लिया ओलंपिक की हार का बदला, लेकिन जीतकर भी टीम इंडिया के हाथ लगी निराशा

नईदिल्ली : भारत ने हॉकी के दूसरे मैच में जर्मनी को 5-3 से हराकर शानदार जीत दर्ज कर ली है. पहले मैच में जर्मनी ने टीम इंडिया को 2-0 से हराया था, ऐसे में दो मैचों की सीरीज एक-एक से बराबर रही. वहीं सीरीज के विजेता का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ, जिसमें भारतीय टीम को 3-1 से हार झेलनी पड़ी.

मैच का पहला गोल जर्मनी की ओर से आया जब माजकोर ने भारत के डिफेंस और गोलकीपर को चकमा देते हुए अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलाई. उसके बाद दूसरा क्वार्टर गोल रहित रहा, लेकिन तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने जोरदार वापसी करते हुए 34वें मिनट में अपना पहला गोल दागा. वहीं 42वें मिनट में टीम इंडिया को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल में तब्दील करते हुए भारत को 2-1 से बढ़त दिलाई.

हरमनप्रीत के गोल से अगले मिनट ही भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला और कप्तान ने फिर से गोल दागते हुए टीम को 3-1 से बढ़त दिलाई. तीसरे क्वार्टर के अंतिम मिनट में अभिषेक ने फील्ड गोल किया और 45 मिनट के खेल के बाद भारत 4-1 की बढ़त प्राप्त कर चुका था. चौथा क्वार्टर शुरू हुआ तो तीन मिनट बाद ही सुखजीत ने अकेले दम पर जर्मनी के गोलकीपर को चकमा देते हुए गोल किया, जिससे भारतीय टीम की कुल बढ़त 5-1 की हो गई थी. मगर आखिरी 10 मिनट के खेल में जर्मनी ने 2 गोल दागे, लेकिन 5-3 की हार से खुद को बचा नहीं पाए.

कप्तान हरमनप्रीत क्या बोले?

भारत ने दूसरे मैच में जर्मनी को 5-3 से तो हराया, लेकिन सीरीज जीत के लिए हुए पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से टीम हार गई. ट्रॉफी ना जीत पाने के बाद भी कप्तान हरमनप्रीत ने बढ़े हुए मनोबल के साथ कहा, “मैंने कल भी कहा था कि आप हार जाते हैं या सीख जाते हैं. हमने अपनी गलतियों से सबक लिया, इसी कारण आज जीत दर्ज कर पाए. ये खिलाड़ी भविष्य में हीरा बनकर चमकेंगे. हर एक मैच उन्हें अलग तरह अनुभव दिलाएगा.”