नई दिल्ली। चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को मैदान पर काफी शांत देखा जाता है, लेकिन एक बार वह चेन्नई के टीम के साथी गेंदबाज दीपक चाहर पर गुस्सा हो गए थे। धोनी ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान किस्सा सुनाया कि किस तरह उनके बार-बार मना करने के बावजूद दीपक गलतियां कर रहे थे जिससे उन्होंने अपना आपा खो दिया था।
धोनी ने आईपीएल 2019 सत्र का किस्सा सुनाया, जब उन्होंने चाहर को उनकी सलाह नहीं मानने पर डांटा था। धोनी ने बताया था कि किस तरह चाहर को उनसे शिकायत रहती थी कि वह उन्हें डेथ ओवरों में गेंदबाजी नहीं कराते थे। धोनी ने कहा, कुछ साल पहले ऐसा हुआ था। चाहर हमारे बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन उनकी हमेशा शिकायत रहती थी कि मैं उनका इस्तेमाल डेथ ओवरों में नहीं करता। मैंने उनसे कहा था कि जब आप पावरप्ले में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हो और आपका विकेट भी मिल रहे हैं तो आप क्यों डेथ ओवरों में गेंदबाजी करना चाहते हो? 90 प्रतिशत मैचों में हम उनका इस्तेमाल नई गेंद से करते थे और डेथ ओवरों में अन्य गेंदबाजों से गेंद कराते थे।
पंजाब के खिलाफ मैच का है मामला
पंजाब किंग्स के खिलाफ 2019 में खेले गए मैच में धोनी ने चाहर को डेथ ओवर में गेंद सौंपी। उस वक्त पंजाब को जीत के लिए 12 गेंदों पर 39 रन चाहिए थे। चाहर हालांकि, लगातार नो बॉल फेंक रहे थे, जिससे धोनी को गुस्सा आया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुआ था। इसके बारे में बात करते हुए धोनी ने बताया कि उन्होंने चाहर से नकल गेंद नहीं डालने के लिए कहा था क्योंकि वह काफी पसीन-पसीन हो गए थे, लेकिन चाहर उनकी बात नहीं सुन रहे थे और लगातार वही गलती कर रहे थे जिस कारण बार-बार नो बॉल डाल रहे थे।
‘उसे लगता है हमारी दाढ़ी धूप में सफेद हुई’
धोनी ने कहा, चाहर काफी पसीना-पसीन हो गए थे, लेकिन उन्हें गेंदबाजी में विविधता काफी पसंद है। वह एक चतुर गेंदबाज हैं। मैंने उन्हें सलाह दी कि पसीना ज्यादा आ रहा है, इसलिए नकल गेंद करने की जरूरत नहीं है, लेकिन उसे लगता है कि वह सब जानता है। उसको लगता है हमारी दाढ़ी धूप में सफेद हुई है। मैं उनके पास गया, मैंने उनसे क्या शब्द कहे ये तो नहीं बोल सकता, लेकिन उनसे सिर्फ इतना ही बोला कि मुझे तेरे तरकश के तीर नहीं देखने, मुझे पता है तुम्हारे पास कितनी विविधता है। तुम बस परिस्थिति के अनुसार गेंदबाजी करो। मैं तुम्हारे तरकश के तीर देख लूंगा, जब देखने होंगे।