छत्तीसगढ़

हारे तो चुनावी नतीजों को ही चुनौती दे सकते हैं डोनाल्ड ट्रंप, पर आखिर क्या हैं विकल्प

वॉशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आ चुकी है। इसके मद्देनजर दोनों उम्मीदवार- कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप ने मतदाताओं को लुभाने की अपनी आखिरी कोशिशें शुरू कर दी हैं। खासकर उन राज्यों में जो पारंपरिक तौर पर रिपब्लिकन पार्टी या डेमोक्रेट्स का समर्थन नहीं करते और समय-समय पर अलग प्रत्याशी को चुनते रहे हैं। दोनों ही नेता जबरदस्त रैलियां कर रहे हैं। इस बीच एक सवाल अमेरिकी राजनीति में काफी चर्चा में है। यह सवाल है- क्या होगा अगर कमला हैरिस जीत जाएं तो? इस सवाल की सबसे बड़ी वजह हैं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो कि लगातार यह दावा करते रहे हैं कि अगर उनकी हार होती है तो यह सिर्फ डेमोक्रेट पार्टी के चुनावी प्रक्रिया में दखल के कारण होगी।

गौरतलब है कि 2020 में जो बाइडन के खिलाफ चुनाव हारने के बाद भी रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप ने चुनावी प्रक्रिया पर ही सवाल उठाए दिए थे। उनके इस तरह शक करने का असर बाद में उनके समर्थकों द्वारा कैपिटल पर हिंसा के रूप में भी देखा गया था। ऐसे में यह समझना अहम है कि अगर ट्रंप की तरफ से चुनावी नतीजों के बाद संभावित तौर पर ऐसे आरोप लगाए जाते हैं तो उनके पास विकल्प क्या होंगे।

क्या बोले थे डोनाल्ड ट्रंप?
इसी सितंबर को मिशिगन में रैली के दौरान ट्रंप ने कहा था- “अगर मैं हारता हूं, तो वह इसलिए संभव होगा, क्योंकि वह बेइमानी करते हैं। सिर्फ यही तरीका होगा कि हम हारेंगे, क्योंकि वह बेइमानी करते हैं। 

चुनावों के नतीजों के लिए ये दी गईं सुरक्षाएं
2020 के चुनाव नतीजों पर विवाद उठने के बाद इस बार के चुनाव के नतीजे के लिए नई सुरक्षाएं दी गई हैं, ताकि इस बार नतीजों को सुरक्षित रखने के साथ उन्हें न मानने की कम से कम वजहें हों। इन नई सुरक्षाओं के तहत-

  1. 6 जनवरी 2020 की कैपिटल हिल हिंसा के बाद संसद ने मतदान कानून लागू किया। 
  2. न्यायालय के भी हालिया फैसले ने चुना की अखंडता पर जोर दिया।
  3. चुनावों में राज्यों के चुनाव अधिकारियों की अतिरिक्त निगरानी का प्रावधान।
  4. चुनाव के लिए प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा ज्यादा आक्रामक ढंग से काम।

ट्रंप के पास क्या होंगे विकल्प?
चुनाव में सभी राज्यों के लिए सुरक्षा के इन मानकों को तय कर इस बार गड़बड़ी के आरोपों को कम तवज्जो देने की तैयारी की गई है। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप और उनके साथी नेता 5 नवंबर को होने वाले चुनाव में हार की स्थिति में हैरिस की जीत को चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रंप इन कोशिशें के तहत कानूनी रास्ता अपना सकते हैं या डेमोक्रेट्स की जीत की वैधता पर वोटरों के मन में शक पैदा कर सकते हैं।