नईदिल्ली : केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने मीरापुर की जीत की जिम्मेदारी अपने नौ महायोद्धाओं को सौंप दी है. इनमें कई महायोद्धा सियासत के रण के धुरंधर माने जाते हैं. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से दो-दो हाथ करने और साइकिल को पंचर करने का पूरा प्लान बना लिया गया है. कौन हैं ये महायोद्धा, क्या है इनकी पहचान, कैसे करेंगे ये साइकिल की राह मुश्किल और नल की राह आसान. ये जानना भी बेहद दिलचस्प होगा.
मीरापुर उपचुनाव में मिथलेश पाल को चुनाव जिताने के लिए रालोद मुखिया जयंत चौधरी कोई कसर नहीं छोड़ रहें हैं. जयंत अपने पहले ही दौरे में एक दिन में चार बड़ी जनसभाएं करके बड़ा संदेश देने का काम कर दिया. जयंत चौधरी ने मीरापुर के बेलड़ा, भोकरहेडी, जड़बड़ और नूनीखेड़ा में चार जनसभाएं की और हर जनसभा में उमड़ी भीड़ जयंत चौधरी और बीजेपी के नेताओं का उत्साह बढ़ाने वाली थी.रालोद बीजेपी की संयुक्त प्रत्याशी मिथलेश पाल भी इसको लेकर बेहद खुश थी. जयंत चौधरी इन जनसभाओं से माहौल बदलने की पूरी कोशिश कर गए और अब मीरापुर का मैदान महायोद्धाओं के हवाले भी कर गए.
जयंत चौधरी के यूं तो 9 बड़े महायोद्धा हैं, ये वो महायोद्धा हैं, जिन्होंने सियासी की रणभूमि में अपना अलग ही मुकाम पाया है. सबसे पहले दो बड़े महायोद्धाओं की बात कर लेते हैं, एक का नाम बागपत सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान और दूसरे का नाम है बिजनौर सांसद चंदन चौहान.
सांसद चंदन चौहान मीरापुर से विधायक बने और फिर लोकसभा सांसद और उनके सांसद बनने के बाद ही सीट खाली हुई. इसलिए उनकी ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी है. दोनों सांसद 95 गांव और 17 मजरों पर हर रोज नजर रखेंगे. कहां क्या दिक्कत है और कहां क्या नाराजगी है, किसे कहां भेजना है और किसे कहां जाने से रोकना है ये सब जिम्मेदारी दोनों सांसद की है.
मीरापुर रालोद का घर- चंदन चौहान
बिजनौर सांसद चंदन चौहान का कहना है कि हम मीरापुर जीतेंगे और हर हाल में जीतेंगे, क्योंकि मीरापुर रालोद का घर है. बागपत सांसद डॉ राजकुमार सांगवान का कहना है कि हमारे नेता जयंत चौधरी के साथ जनता परिवार की तरह जुड़ी हुई है, इसलिए जीतेंगे, लेकिन चुनाव चुनाव होता है इसलिए हर रणनीति अपनाई जा रही है.
मीरापुर में करीब तीन लाख 23 हजार मतदाता
मीरापुर उपचुनाव की बात करें तो यहां करीब तीन लाख 23 हजार मतदाता हैं और 328 बूथ हैं. हर बूथ का मैनेजमेंट यूं तो बीजेपी अपनी बड़ी रणनीति के साथ कर रही है और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी बूथ मैनेजमेंट की बड़ी क्लास लेकर गए हैं. अब जयंत चौधरी के सात महायोद्धा भी मीरापुर की सीमाओं पर अखिलेश यादव के खिलाफ चक्रव्यूह रच रहें हैं. इनके नाम जान लेते हैं.
जानें कौन हैं जयंत के 7 महायोद्धा
जयंत के महायोद्धाओं में कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, विधायक प्रसन्नजीत चौधरी, विधायक राजपाल बालियान, विधायक अशरफ अली, विधायक गुलाम मौहम्मद, विधायक मदन भैया और विधायक अजय कुमार. ये सात मजबूत महायोद्धा पदाधिकारियों के साथ गांव को सेक्टर में बांटकर आगे बढ़ रहें हैं. पूरे दिन में क्या-क्या होमवर्क किया गया मिलकर इसकी रिपोर्ट बनाई जाती है और फिर फोटों के साथ वो रिपोर्ट दिल्ली जयंत चौधरी को भेजी जाती है.
रालोद की जड़ें पश्चिमी यूपी में बहुत मजबूत
यूं तो जयंत चौधरी के 10 महायोद्धा हैं जिसमें प्रदीप चौधरी उर्फ गुड्डू भैया को खैर विधानसभा उपचुनाव की जिम्मेदारी दी गई है. रालोद विधायक प्रसन्न चौधरी का कहना है कि रालोद की जड़ें पश्चिमी यूपी में बहुत मजबूत हैं, कहीं कोई दिक्कत नहीं है हम चुनाव जीतेंगे और हर घर तक पहुंच रहें हैं. मीरापुर में हर गली उंगलियों पर रटी हुई है और हर मतदाता का नाम भी.
जयंत चौधरी अखिलेश पर हैं हमलवार
केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी के हर भाषण में अखिलेश यादव का नाम जरूर आ रहा है. विपक्ष और खास तौर से अखिलेश यादव पर एक बाद एक बड़ा हमला करके जयंत चौधरी मीरापुर के रण को दिलचस्प बना रहें हैं. जयंत चौधरी जहां भी जा रहें हैं अपनी सरकार की उपब्धियां गिनवा रहें हैं और अपनी पुरानी जड़ों का भी जिक्र करके हर मतदाता के दिल तक पहुंचने और उसे लोकदल का बटन दबाने के लिए तैयार करने की कोशिश कर रहें हैं. सबसे बड़ी बात ये है कि जयंत चौधरी के नौ योद्धा तो मैदान में डटे ही हैं साथ ही बीजेपी की बड़ी फौज भी हर रोज मीरापुर का सियासी तापमान बढ़ा रहीं है.