पालघर (मुंबई): महाराष्ट्र के पालघर में हेलीपैड पर सीएम एकनाथ शिंदे के हेलीकॉप्टर की जांच हुई। चुनाव आयोग के फ्लाइंग स्क्वॉड की इस कार्रवाई के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को टिप्पणी करते भी सुना गया। शिवसेना की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि शिंदे निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से जांच के दौरान बातचीत कर रहे हैं। शिंदे ने कहा कि उनके सामानों में कपड़े हैं, यूरिन पॉट नहीं है।
शिवसेना यूबीटी प्रमुख ने दो बार हेलीकॉप्टर जांच पर नाराजगी जताई थी
बता दें कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की जांच भी की गई थी। इस पर उन्होंने नाराजगी प्रकट की थी। निर्वाचन आयोग की कार्रवाई से नाराज उद्धव ठाकरे को कहते सुना गया था कि वे यूरिन पॉट की जांच भी कर सकते हैं। सीएम एकनाथ शिंदे की आज की टिप्पणी को उद्धव के इसी बयान के संदर्भ में देखा जा रहा है।
देश की तीसरी सबसे बड़ी विधानसभा में सियासी समीकरण
महाराष्ट्र में इस बार सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प होने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लगभग 25 महीने पहले जून, 2022 में महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिरी थी। इसके बाद भाजपा समर्थित सरकार बनी। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो-फाड़ होने के बाद राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार के पास 202 विधायकों का समर्थन है। 102 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। अजीत पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 40 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 38 विधायक हैं। 14 निर्दलीय विधायकों ने भी एनडीए सरकार को समर्थन दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार को पांच अन्य छोटे दलों का समर्थन भी हासिल है।
महाराष्ट्र में विपक्षी खेमा कितना मजबूत
इसके अलावा विपक्षी खेमे (महाविकास अघाड़ी- MVA) में कुल 71 विधायक हैं। विपक्ष में कांग्रेस 37 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के 16 विधायक हैं। वरिष्ठ राजनेता शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-SP) के 12 विधायक हैं। समाजवादी पार्टी के दो, सीपीआईएम और पीडब्लूपीआई के एक-एक विधायक हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के दो विधायक भी विपक्षी खेमे में हैं। 15 विधानसभा सीटें खाली हैं।