नईदिल्ली : एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी ने एक तरफ डिज्नी से स्टार इंडिया को खरीदने की डील पूरी की है. दूसरी तरफ स्टार इंडिया से उन्हें ऐसी खबर मिली है जिससे उन्हें 12,548 करोड़ रुपए का नुकसान होता दिख रहा है.
ये खबर ऐसे समय आई है जब मुकेश अंबानी की मीडिया कंपनी वॉयकॉम 18 और स्टार इंडिया का मर्जर लगभग पूरा हो चुका है. जियो सिनेमा जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म को हॉटस्टार में मर्ज किया जा रहा है और एक नई कंपनी सामने आने वाली है.
क्या है स्टार इंडिया का ये मामला?
दरअसल मर्जर के बाद स्टार इंडिया ने अब वित्त वर्ष 2023-24 के फाइनल परिणाम घोषित किए हैं. इसके हिसाब से अप्रैल 2023 से मार्च 2024 के बीच डिज्नी के मालिकाना हक वाली स्टार इंडिया का स्टैंडअलोन लॉस 12,548 करोड़ रुपए रहा है. इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में स्टार इंडिया का नेट प्राॅफिट 1,465 करोड़ रुपए था. जबकि कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 2023-24 में 18,587 करोड़ रुपए रहा है.
स्टार इंडिया का कहना है कि उसके इस खराब परफॉर्मेंस की वजह अकाउंट्स में 12,319 करोड़ रुपए का वो प्रावधान है जो उसने ‘इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल’ (ICC) के मीडिया राइट्स खरीदने के लिए रखा है. दरअसल स्टार इंडिया ने आईसीसी इवेंट्स के टीवी और डिजिटल वेबकास्टिंग राइट्स 3 अरब डॉलर में 4 साल यानी 2027 तक के लिए खरीदे हैं.
हुई थी Zee के साथ डील की कोशिश
बाद में स्टार इंडिया ने टीवी के राइट्स जी एंटरटेनमेंट को सब-लाइसेंस कर दिए थे. जी एंटरटेनमेंट उस दौरान सोनी ग्रुप के साथ मर्जर की बातचीत में व्यस्त था. इसलिए उसे इस सब-लाइसेंस की फीस चुकाने की उम्मीद थी, लेकिन बाद में सोनी और जी की डील टूट गई. वहीं जी की हालत ऐसी नहीं है जब वह आईसीसी इवेंट के टेलीकास्ट लाइसेंस के लिए निवेश कर सके.
इसके बाद स्टार इंडिया ने इस मामले को लेकर जी एंटरटेनमेंट के पुनीत गोयनका के खिलाफ लंदन की मध्यस्थता अदालत में मामला दायर किया हुआ है. अभी इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं आया है.रिलायंस और डिज्नी के बीच स्टार इंडिया को खरीदने की डील का साइज 70,000 करोड़ रुपए है. भारत के इतिहास में ये किसी मीडिया कंपनी को खरीदने की सबसे बड़ी डील है.