नईदिल्ली : न्यूजीलैंड की संसद में एक दिलचस्प सीन देखने को मिला. दरअसल, अपने भाषणों की वजह से चर्चा में रहने वाली और सबसे कम उम्र की माओरी सांसद हाना-रावहिती करियारीकी मैपी-क्लार्क ने सदन में स्वदेशी संधि विधेयक के विरोध में उत्साहपूर्ण हाका नृत्य करना शुरू कर दिया. यही नहीं, ऐसा करते-करते उन्होंने स्वदेशी संधि विधेयक की एक कॉपी भी फाड़ दी. देखते ही देखते उनके साथ कुछ अन्य सांसद भी इस तरह के विरोध में शामिल हो गए.
न्यूजीलैंड में संसद सत्र के दौरान हुए इस विरोध का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. दरअसल, गुरुवार को न्यूजीलैंड के संसद के सदन में सभी सांसद संधि सिद्धांत विधेयक पर मतदान करने के लिए जुटे थे, लेकिन 22 वर्षीय ते-पाटी माओरी सांसद ने सत्र के दौरान बोलना शुरू किया. बोलते-बोलते ही उन्होंने विधेयक की एक कॉपी फाड़ दी और पारंपरिक माओरी नृत्य हाका को करने लगीं.
सदन के अन्य सदस्य भी करने लगे हाका नृत्य
कुछ ही पल में सदन के अन्य सदस्य और गैलरी में बैठे दर्शक भी हाना-रावहिती करियारीकी मैपी-क्लार्क के साथ हाका डांस में शामिल हो गए, जिसके कारण स्पीकर गेरी ब्राउनली ने सदन के सत्र को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया.
क्यों हो रहा है इस विधेयक का विरोध
विवादास्पद संधि सिद्धांत विधेयक को बहुत कम समर्थन मिला है और इसके कानून बनने की संभावना नहीं है. आलोचकों का कहना है कि यह नस्लीय विवाद और संवैधानिक उथल-पुथल की धमकी देता है, जबकि हजारों न्यूजीलैंडवासी इस सप्ताह इसका विरोध करने के लिए देश भर में यात्रा कर रहे हैं. बताया गया है कि 1840 की वेटांगी संधि में निर्धारित सिद्धांतों के तहत, जो सरकार और माओरी के बीच संबंधों को निर्देशित करते हैं, जनजातियों को ब्रिटिशों को शासन सौंपने के बदले में अपनी भूमि को बनाए रखने और अपने हितों की रक्षा करने के व्यापक अधिकारों का वादा किया गया था. बिल में निर्दिष्ट किया जाएगा कि वे अधिकार सभी न्यूजीलैंडवासियों पर लागू होने चाहिए.
कौन हैं हाना-रावहिती करियारीकी मैपी-क्लार्क?
हाना-रावहिती करियारीकी मैपी-क्लार्क न्यूजीलैंड की 22 वर्षीय सांसद हैं, जो संसद में ते पाटी माओरी का प्रतिनिधित्व करती हैं. वह सदन में सबसे कम उम्र की सांसद हैं। मैपी-क्लार्क ने शुरुआत में तब सुर्खियां बटोरीं जब वह न्यूजीलैंड में 2023 के चुनावों में चुनी गईं और अपने पहले भाषण के दौरान संसद में पारंपरिक हाका का प्रदर्शन किया. वह और उनके पिता दोनों ही ते पाटी माओरी से चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार माने जा रहे थे, लेकिन आखिरकार मैपी-क्लार्क को उनके युवा दृष्टिकोण के कारण चुना गया. मैपी-क्लार्क प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन और उनकी रूढ़िवादी सरकार की मुखर आलोचक रही हैं, जिस पर माओरी अधिकारों को खत्म करने का आरोप लगाया गया है.