छत्तीसगढ़

Manipur: जिरीबाम में तीन शव मिलने के बाद सड़क पर उतरे लोग, मंत्रियों-विधायकों के घरों की घेराबंदी की

After three dead bodies found in Jiribam, people took protest, surrounded the houses of ministers and MLAs

इंफाल। जिरीबाम में तीन लोगों के शव मिलने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। घटना के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए और मणिपुर सरकार के दो मंत्रियों और तीन विधायकों के घरों की घेराबंदी की। इस दौरान घर के बाहर जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद इंफाल पश्चिम प्रशासन ने अनिश्चितकाल के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। वहीं शनिवार शाम को पश्चिम के जिला मजिस्ट्रेट टीएच किरण कुमार के आदेश पर जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया।

सबसे पहले प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने लामफेल सनाकेथेल इलाके में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सापम रंजन के आवास पर धावा बोला। यहां पर लोगों ने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद लामफेल सनाकेथेल विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि डेविड ने बताया कि मंत्री सापम ने आश्वासन दिया कि तीन लोगों के शव मिलने के मुद्दे पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की जाएगी। अगर सरकार लोगों की भावनाओं का सम्मान करने में विफल रही तो वह अपना इस्तीफा दे देंगे।

इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने उपभोक्ता मामले एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री एल सुसिंद्रो के घर का भी घेराव किया। सागोलबंद इलाके में प्रदर्शनकारियों ने भाजपा विधायक आरके इमो के आवास के सामने इकट्ठा होकर नारे लगाए। लोगों ने सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की। साथ ही अधिकारियों को 24 घंटे के भीतर दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए कहा। 

केशामथोंग निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय विधायक सपाम निशिकांत सिंह से मिलने उनके टिडिम रोड आवास पर पहुंचे प्रदर्शनकारियों को जब पता लगा कि विधायक घर पर नहीं हैं तो उनके स्थानीय समाचार पत्र के कार्यालय भवन को निशाना बनाया गया। यहां भीड़ ने तोड़फोड़ की। इसके अलावा दो अन्य विधायकों के घर के बाहर भी नारेबाजी की गई। 

मणिपुर में जातीय हिंसा शुरू होने के बाद से स्थिति गंभीर बनी हुई है। पिछले सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 11 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए। इन उग्रवादियों ने काले कपड़ने पहने हुए थे और अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। उन्होंने जिरिबाम जिले के एक थाने और एक सीआरपीएफ शिविर पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। इसके एक दिन बाद उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले के छह नागरिकों का अपहरण किया, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। इसके बाद मणिपुर-असम सीमा पर जिरी और बराक नदी के संगम के पास तीन शव बरामद किए गए। ऐसा माना जा रहा है कि बरामद हुए तीन शव जिरीबाम जिले से लापता छह लोगों में से ही हो सकते हैं।