मुंबई। सलमान खान को लगातार मिल रही जान से मारने की कथित धमकियों के बीच खबरें आई थीं कि बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान को भी धमकी मिली है। आरोपी ने धमकी देते हुए 50 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी। अब इस मामले में जांच के दौरान पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। आरोपी वकील फैजान खान ने अभिनेता को धमकी देने से पहले उनकी सुरक्षा टीम की छानबीन की थी। उसने शाहरुख खान के बेटे आर्यन को लेकर भी जानकारियां जुटाई थीं।
इंटरनेट सर्च हिस्ट्री से हुए खुलासे
शाहरुख खान को धमकी देने वाले शख्स को रायपुर से गिरफ्तार किया गया। अब पुलिस सूत्रों ने बताया कि बांद्रा पुलिस को जांच में मालूम हुआ है कि आरोपी वकील फैजान खान ने अभिनेता शाहरुख खान की सुरक्षा में तैनात जवानों और बेटे आर्यन खान के बारे में जानकारियां जुटाई थीं। आरोपी ने शाहरुख की सुरक्षा और बेटे आर्यन के बारे में ऑनलाइन सर्च करके कई जानकारियां इकठ्ठा कीं। उसकी पास मौजूद दूसरे मोबाइल की जांच के दौरान इंटरनेट सर्च हिस्ट्री से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
इंटरनेट से निकाला था बांद्रा पुलिस स्टेशन का नंबर
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी वकील के मोबाइल से शाहरुख की सुरक्षा और बेटे आर्यन के बारे में ऑनलाइन सर्च हिस्ट्री हाथ लगी है। बांद्रा पुलिस के मुताबिक आरोपी ने इंटरनेट से बांद्रा पुलिस स्टेशन का लैंडलाइन नंबर निकाला था। इसके बाद धमकी भरा कॉल किया। बांद्रा पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी ने शाहरुख को धमकी देने के लिए जिस मोबाइल का इस्तेमाल किया था, वह उसने एक हफ्ते पहले यानि 30 अक्तूबर को खरीदा। इस बारे में आरोपी से जब सवाल किए गए तो कोई संतुष्टीदायक जवाब नहीं मिल सका।
आरोपी के बचाप पक्ष का दावा
शाहरुख खान को जान से मारने की धमकी 7 नवंबर 2024 को दी गई थी। इस सिलसिले में बांद्रा पुलिस स्टेशन में कॉल किया गया था। कॉल ट्रेस किया गया तो फैजान खान के फोन की जानकारी मिली। मुंबई पुलिस ने वकील फैजान को रायपुर से गिरफ्तार किया। इस मामले में जांच जारी है। वहीं, इस मामले में आरोपी वकील फैजान के बचाव पक्ष ने दावा किया कि घटना से पहले उसका फोन चोरी हो गया था। साथ ही कहा कि शाहरुख खान को धमकीभरा कॉल उसे (फैजान को) झूठे मामले में फंसाने की साजिश का हिस्सा था।
पुलिस को है इस बात का शक
बांद्रा पुलिस की जांच में पता चला है कि शाहरुख को धमकी देने के लिए जिस मोबाइल का इस्तेमाल आरोपी ने किया था, वह सप्ताहभर पहले ही खरीदा गया। आरोपी फैजान ने खुद इसे खरीदा। वह अपना पुराना सिम कार्ड लगाकर इस्तेमाल कर रहा था। उसने 2 नवंबर को मोबाइल के चोरी होने की शिकायत तो दर्ज करा दी, लेकिन मोबाइल नंबर को बंद नहीं करवाया। पुलिस को शक है कि अपराध में इस्तेमाल मोबाइल को आरोपी ने कहीं छुपाया है। पुलिस का कहना है कि धमकी देने से पहले आरोपी ने बाकायदा प्लानिंग की।