छत्तीसगढ़

कोरबा: फ्लोरा मैक्स का डायरेक्टर तीन दिन की पुलिस रिमांड पर; 37 हजार महिलाओं से की ठगी

कोरबा। कोरबा जिले में महिलाओं को कमाई का झांसा देकर उनसे अपनी कंपनी में 30-30 हजार रुपए निवेश कराने वाला फ्लोरा मैक्स का डायरेक्टर पुलिस की गिरफ्त में है। पूछताछ में पुलिस ने डायरेक्टर अखिलेश को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। इस बीच पुलिस ने सिटी मॉल स्थित फ्लोरा मैक्स की दुकान को सील कर दिया है। पुलिस का कहना है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सील किए गए दुकान का ताला खोलकर यहां मौजूद सामान की कीमत का आंकलन किया जाएगा।

पुलिस ने ठगी के इस नेटवर्क का पता लगाने के लिए फ्लोरा मैक्स के डायरेक्टर से कड़ी पूछताछ की है। इसमें डायरेक्टर ने तीन स्तर पर महिलाओं से ठगी करना स्वीकार किया है। डायरेक्टर अखिलेश ने पुलिस को प्रारंभिक जांच में बताया है कि फ्लोरा मैक्स से लगभग 37 हजार महिलाएं जुड़ी हुईं थीं। पूरा नेटवर्क तीन स्तर पर काम करता था।

पुलिस का कहना है कि डायरेक्टर अखिलेश से जल्द ही इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए कंपनी की शुरुआत से लेकर अब तक हुए कार्यों के संबंध में जानकारी ली जाएगी। यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि उसने किन-किन लोगों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया। रिमांड अवधि में पुलिस डायरेक्टर की मौजूदगी में इलेक्ट्रानिक उपकरणों की भी जांच करेगी। इसमें कप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल फोन आदि शामिल हैं। पुलिस ने शुक्रवार को कोरबा की एक कोर्ट में डायरेक्टर अखिलेश को पेश किया। आगे की पूछताछ के लिए कोर्ट से रिमांड की मांग किया। बताया कि इस मामले को लेकर कई बिंदुओं पर डायरेक्टर से पूछताछ की जानी है। कोर्ट ने पूछताछ के लिए अखिलेश को तीन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया।

बताया जाता है कि फ्लोरा के डायरेक्टर ने ठगी को अंजाम देने के लिए महिलाओं की एक टीम तैयार की। इस टीम में चुनिंदा महिलाओं को लीडर बनाया गया और उन्हें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के बीच भेजा गया। लीडर ने महिलाओं को झांसा दिया कि फ्लोरा मैक्स में निवेश करने पर उन्हें 2700 रुपए महीना प्राप्त होगा। टीम लीडरों ने निवेश की राशि 30 हजार रुपए प्रति महिला तय की थी। लगभग 150 करोड़ की ठगी की गई है। पता चला है कि महिला टीम लीडरों ने निवेशकों से ली गई राशि का एक बड़ा हिस्सा अपने पास रख लिया।

डायरेक्टर से लेकर टीम लीडरों तक की भूमिका होगी तय

ठगी की इस घटना में कौन-कौन शामिल हैं और उन्होंने किस तरह से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के बीच अपना नेटवर्क फैलाया। यह जानने के लिए पुलिस हर स्तर पर जांच करेगी। छानबीन व्यापक होगी। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान महिला टीम लीडरों की भूमिका भी तय की जाएगी। पुलिस को दिए शिकायत में कई महिला निवेशकों ने टीम लीडरों पर सवाल उठाया है और कहा है कि टीम लीडरों ने ही उन्हें अपने झांसे में फंसाकर बैंक से कर्ज लेकर निवेश करने की सलाह दी थी।