छत्तीसगढ़

संभल बवाल में सीओ को लगी गोली, कमिश्नर बोले-पहले से थी हिंसा की तैयारी

संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में मारे गए तीनों लोगों की पहचान हो गई है. यह तीनों संभल के ही रहने वाले रूमान खान (42), बिलाल (30) और नईम (25) थे. पुलिस ने इनके शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. शवों का पोस्टमार्टम पैनल से कराया जाएगा. हिंसा के दौरान संभल के एसडीएम घायल हो गए हैं. वहीं सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ के पैर में गोली लगी है. इनके अलावा दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं.

मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह के मुताबिक जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में घायल हुए सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इनमें तीन लोगों की मौत हुई है. यह तीनों लोग संभल के ही रहने वाले थे. उन्होंने बताया कि इस हिंसा में एसडीएम के पैर में चोट लगी है. इसी प्रकार सीओ सदर अनुज चौधरी और एसपी संभल के पीआरओ के पैर में गोली लगी है. इन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मंडलायुक्त के मुताबिक इस घटना में 25 से अधिक पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं.

पहले से प्लांड थी सर्वे के दौरान हिंसा

मंडलायुक्त के मुताबिक संभल हिंसा में मारे गए तीनों लोगों पुलिस की गोली नहीं लगी है. पुलिस ने इस हिंसा के दौरान प्लास्टिक बुलेट छोड़े थे. उन्होंने बताया कि हिंसा के दौरान जामा मस्जिद के आसपास के घरों की छतों से फायरिंग हो रही थी. इस फायरिंग में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. मंडलायुक्त के मुताबिक यह हिंसा अचानक नहीं भड़की है. बल्कि इसे पहले से प्लान किया गया था. पुलिस को भी अंदाजा नहीं था कि यहां इस तरह की घटना हो सकती है.

किधर से चली गोली, पता ही नहीं चला

मौके पर शांति कायम करने के बाद मंडलायुक्त ने बताया कि जामा मस्जिद के पास ढेर सारी गलियां हैं और इन सभी गलियों से लोग वहां पहुंच रहे थे. ऐसे में यह तो नहीं कहा जा सकता कि गोली किस तरफ से चली है. उन्होंने बताया कि अराजक तत्वों के तीन ग्रुप थे और वह तीन तरफ से आए थे. पुलिस भीड़ को हटा रही थी, इसी दौरान फायरिंग और पथराव होने से SDM के पैर में चोट लगी है. इसी प्रकार संभल एसपी के पीआरओ के पैर में गोली लगी है. दो दर्जन से अधिक अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. इन सभी को अस्पताल पहुंचाया गया है.

मजिस्ट्रेटियल जांच होगी

मंडलायुक्त के मुताबिक बड़ी मुश्किल से मस्जिद के पास माहौल शांत हुआ. इसके बाद लोग नखास चले गए. वहां पर उन्होंने और DIG ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वहां भी लोग पथराव करने लगे. मंडलायुक्त के मुताबिक इस मामले में डीएम मजिस्ट्रेटियल जांच करेंगे. इसमें यह पता किया जाएगा कि इतने लोग वहां अचानक कैसे पहुंचे. उन्होंने बताया कि इस घटना को देखकर लग रहा है कि कुछ लोगों ने शहर को आग में झोंकने की कोशिश की है.