छत्तीसगढ़

किसानों का आज फिर दिल्ली कूच : केंद्र से नहीं मिला बातचीत का न्योता, हरियाणा में भारी सुरक्षाबल की तैनाती

नईदिल्ली : फसलों पर एमएसपी की मांगों को लेकर 101 मरजीवड़े किसानों का जत्था रविवार दोपहर 12 बजे फिर से दिल्ली के लिए कूच करेगा। शंभू बॉर्डर पर शनिवार शाम को पत्रकार वार्ता में किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि शनिवार का दिन उन्होंने केंद्र से बातचीत के लिए रखा था, लेकिन उन्हें कोई न्योता नहीं मिला। केंद्रीय मंत्री व नेता अलग-अलग मंचों पर किसानों से बातचीत की बात कह रहे हैं लेकिन किसी ने भी आगे आकर इसका प्रयास नहीं किया। इसी वजह से उन्होंने फिर से पैदल दिल्ली मार्च का फैसला किया है। पंधेर ने कहा कि उनका मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण और अनुशासन में ही रहेगा। किसानों के पास न पहले हथियार थे और न अब हैं।

केंद्र का किसान विरोधी चेहरा हो चुका बेनकाब
पंधेर ने कहा- भाजपा नेता कहते थे कि अगर किसानों ने मांगों को लेकर बात करनी है, तो पैदल क्यों नहीं आते हैं। अब किसान पैदल देश की राजधानी जाना चाहते हैं तो उन्हें क्यों नहीं जाने दिया जा रहा। इससे केंद्र का किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है। इस मौके पर पंधेर ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान की ओर से एमएसपी को लेकर दिए जा रहे बयानों को गुमराहपूर्ण बताया। कहा कि किसान फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी मांग रहे हैं। सरकार अगर देश को परंपरागत फसली चक्र से बाहर निकालना चाहती है, तो इस मांग को पूरा करना जरूरी है। इससे जमीनी पानी के स्तर में भी सुधार होगा।

जान हथेली पर रखकर आगे बढ़ेंगे
पंधेर ने कहा कि रविवार के दिल्ली कूच को लेकर किसान पूरी तरह से उत्साहित हैं। किसान अपनी जान हथेली पर रखकर आगे बढ़ेंगे। हरियाणा पुलिस के जबर का जवाब सब्र के साथ दिया जाएगा। पंधेर ने बताया कि उधर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का भी आमरण अनशन खनौरी बॉर्डर पर जारी है। सेहत में कुछ गिरावट जरूर आई है, लेकिन उनके हौंसले बुलंद हैं। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा है कि वे डरने वाले नहीं हैं। जीवन की आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ी जाएगी।

दो किसानों की हालत नाजुक
पंधेर ने बताया कि वह राजपुरा अस्पताल में दाखिल किसानों का हालचाल जानने के लिए गए थे। शुक्रवार को शंभू बॉर्डर पर हरियाणा की तरफ से छोड़े गए आंसू गैस के गोलों के कारण 16 किसान घायल हुए हैं। किसान हरप्रीत सिंह व गुरिंदर सिंह की हालत नाजुक है। इनके सुनने की क्षमता खत्म हो गई है। चार किसानों को छोड़कर बाकी सभी किसानों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।

हरियाणा का पंजाब डीजीपी को पत्र, बॉर्डर से एक किमी पहले ही मीडिया को रोकें
हरियाणा के डीजीपी ने पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखकर अपील की है कि हरियाणा बॉर्डर पर जहां बैरीकेडिंग की हुई है, इससे करीब एक किलोमीटर पहले ही मीडिया को रोका जाए। शुक्रवार को जब किसानों का जत्था हरियाणा बॉर्डर की तरफ बढ़ रहा था, तो काफी संख्या में मीडिया के नुमाइंदे उनके साथ थे। इस वजह से उन्हें कानून व्यवस्था बनाए रखने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। मीडिया के नुमाइंदों की सुरक्षा के लिए ही दोबारा अपील की जा रही है।

हरियाणा ने सुरक्षा और कड़ी की
किसानों के फिर से दिल्ली कूच के एलान के बाद हरियाणा की तरफ से सुरक्षा प्रबंधों को और कड़ा कर दिया गया है। घग्गर दरिया पर पहरेदारी बढ़ा दी गई है। घग्गर दरिया के पुल पर वाटर कैनन, ड्रोन के जरिये आंसू गैस के गोले छोड़ने के प्रबंधों के अलावा काफी गिनती में पुलिस बल भी तैनात है। खनौरी बॉर्डर से किसानों ने कूच का एलान नहीं किया है, इसके बावजूद यहां भी पुलिस बल तैनात किया गया है।